बेतियाः कोरोना के खिलाफ पूरे विश्व में जंग जारी है और कोरोना के संकट से निपटने के लिए भारत सरकार ने 21 दिन का लॉक डाउन किया है. वहीं, इस लॉक डाउन ने भीख मांगकर और कूड़ा करकट चुनकर अपना पेट पाल रहे गरीब व असहाय लोगों की रोजी-रोटी छीन ली है. वर्तमान में उनकी स्थिति काफी दयनीय हो चुकी थी. लेकिन इस बीच उन सबके लिए एक भगवान बनकर पहुंची बेतिया एसपी निताशा गुड़िया, यह बेतिया के नौरंगाबाग के वार्ड नंबर 33 के गरीब व असहाय लोगों का कहना है.
लॉक डाउन से गरीब व असहाय लोग परेशान
बेतिया नौरंगाबाग के वार्ड नंबर 33 के महादलित के लोग लॉक डाउन में कई दिनों से भूखे थे. जिसकी सूचना बेतिया एसपी को जैसे ही मिली वो बिना देरी किये खुद पुलिस अमले के साथ खाद्य सामग्री लेकर महादलित बस्ती पहुंच गई और वहां मौजूद सभी 120 घरों के गरीब व असहाय लोगों के बीच राशन वितरण किया. साथ ही कहा कि अब यहां कोई भी भूखा नहीं रहेगा.
एसपी ने लोगों से की अपील
बेतिया एसपी निताशा गुड़िया ने कहा कि इस वक्त देश में कोरोना को लेकर लॉक डाउन चल रहा है. शहरवासियों से निवेदन है कि वह लॉक डाउन का पालन करें. बेवजह घर से ना निकले. उन्होंने कहा कि जितने जरूरतमंद लोग हैं उनको सहयोग प्रदान करें.
महादलित बस्ती के लोगों में खुशिया
वहीं, बेतिया एसपी कि इस मदद के बाद नौरंगाबाग के महादलित के बस्ती के लोगों ने उन्हें भगवान का दर्जा दे दिया. उन्होंने कहा कि कई दिनों से हमारे घर का चूल्हा नहीं जल रहा था. खाने के लिए कुछ भी नहीं था, कई दिनों से हम भूखे सो रहे थे. आज बेतिया एसपी हमारे लिए भगवान बन कर आई. अब हमारे बच्चे व हम भूखे नहीं सोएंगे.