बगहा: बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के बगहा में प्रसव कराने आए मरिज के परिजनों से आशाकर्मी ने सुरक्षित प्रसव कराने के नाम पर दो हजार रुपये ऐंठ लिए (ASHA worker extorted 2 thousand rupees). देर रात हुई इस घटना के बाद सुबह में जब अस्पताल के उपाधीक्षक आए तो उन्हें इस बात की जानकारी मिली. जिसके बाद उन्होंने तुरंत कार्रवाई करते हुए आशाकर्मी से प्रसूता के परिजनों को पैसा वापस करवााया और आशा को अंतिम चेतावनी देकर फिर ऐसी गलती नहीं करने की सलाह दी.
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आशाकर्मी ने प्रसूता के परिजन वसूले रुपये: बगहा अनुमंडलीय अस्पताल में प्रसव कराने आए चौतरवा थाना क्षेत्र के एक परिजन से सुरक्षित प्रसव कराने के एवज में आशाकर्मी ने 2000 रुपए ऐंठ लिए. देर रात जब प्रसव के उपरांत महिला ने मृत शिशु को जन्म दिया, उसके बाद परिजनों ने पैसा वापिस करने को लेकर हो हल्ला शुरू किया. जिसके बाद शुक्रवार की सुबह इसकी भनक अस्पताल उपाधीक्षक डॉक्टर केबीएन सिंह को लगी. जिसके बाद उन्होंने जांच पड़ताल शुरू की और मामला सही पाया.
उपाधीक्षक ने कराया पैसा वापस: अस्पताल उपाधीक्षक ने आशाकर्मी मुन्नी देवी को बुलाया और उसे जमकर फटकार लगाई. उन्होंने आशाकर्मी पर कार्रवाई करने की बात कही तो वह रोने लगी और उसने 2000 रुपया परिजनों को वापस कर दिया. इसके बाद उपाधीक्षक ने सभी कर्मियों को चेतावनी देते हुए कहा की अस्पताल में उगाही करने का किसी भी तरह का मामला भविष्य में सामने आया तो वरीय पदाधिकारियों से शिकायत नहीं की जाएगी, बल्कि वो खुद आरोपी कर्मियों पर सीधे प्राथमिकी दर्ज करवाएंगे.
उपाधीक्षक ने दी चेतावनी: बता दें की बहुअरवा गांव निवासी अखिलेश राम की पत्नी अमृता देवी को प्रसव पीड़ा के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था. देर रात उसने एक पुत्र को जन्म दिया, लेकिन नवजात की मौत हो चुकी थी. जिसके बाद परिजनों का रो रोकर बुरा हाल था. इसी बीच परिजनों ने अपने क्षेत्र के आशाकर्मी को दिया गया 2000 रुपया वापस करने की मांग की लेकिन आशा ने पैसा वापस करने से इंकार कर दिया. परिजनों ने वहां मौजूद चिकित्सक डॉक्टर तारिक नदीम से इसकी शिकायत कर दी. इसके बाद मामला उपाधीक्षक के पास पहुंचा और उन्होंने पैसा वापस करवाया और सभी आशाकर्मियों को भविष्य में ऐसा काम नहीं करने को लेकर कड़ी चेतावनी दी.
"रात में यहां पर आए थे तो कंप्लेन मिला था. आकर जांच किए तो पता चला कि मामला सच है. जिसके बाद आशा को पैसा लौटाने के लिए कहा गया. उसने पैसा लौटा दिया है और सभी को चेतावनी दी गई है. यहां पर किसी भी प्रकार से पैसा नहीं लिया जाता है. यहां पर जो भी सुविधा मिलती है, वो मुफ्त में दी जाती है. अगर ऐसा कोई करेगा तो उसपर कार्रवाई होगी."- डॉ केबीएन सिंह, अस्पताल उपाधीक्षक, सदर अस्पताल बगहा