वैशाली: बिहार के वैशाली में टिंबर व्यवसाई हत्याकांड का खुलासा (Timber businessman murder case revealed ) हुआ है. शराबबंदी वाले बिहार में नशा करने से मना करना एक बुजुर्ग व्यवसाई को भारी पड़ गया और 5 नवंबर की देर रात पहले उसकी पिटाई की गई फिर गोली मारकर हत्या कर दी गई. इतना ही नहीं हत्या के बाद लूटपाट भी की गई, जिसका पुलिस ने खुलासा किया है. वैशाली पुलिस ने इस हत्याकांड की जांच के लिए एक स्पेशल टीम का गठन किया था. इस टीम ने मानवीय और तकनीकी आधार पर जांच कर हत्याकांड में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
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टिंबर व्यवसाई हत्याकांड का खुलासा: चर्चित व्यवसाई हत्याकांड में तीन आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. इनके पास से एक पिस्तौल, एक देसी कट्टा और पांच कारतूस बरामद किया गया है. साथ ही लूटे गए चांदी के रुपए और जिस कपड़े को पहन कर इन्होंने हत्याकांड को अंजाम दिया था वह कपड़ा भी पुलिस ने बरामद कर लिया है. पुलिस का दावा है कि पकड़े गए आरोपियों ने अपराध स्वीकार कर लिया है. इस विषय में वैशाली एसपी ने बताया कि 5 तारीख की देर रात टिम्बर व्यवसाई की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. जिस संदर्भ में 6 नवंबर को केस दर्ज हुआ था. जांच के लिए मानवीय और तकनीक के आधार पर टीम का गठन किया गया था. इसमें 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिनके पास हथियार व गोली बरामद किया गया है. सब ने अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है.
ये थी मारने के पीछे की वजह: इस मामले में रितिक कुमार, भोला कुमार और दीपक कुमार को गिरफ्तात किया गया है. जांच में पता चला है कि तीनों नशीली पदार्थों का सेवन करते थे तो मृतक मना करता था. उन्हें ऐसा लग रहा था कि व्यवसाई के पास बहुत होंगे. बता दें कि 5 नवंबर की देर रात टिंबर व्यवसाई 70 वर्षीय शारदानंद सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. 40 वर्षो से वह टिंबर व्यवसाय से जुड़े हुए थे. 2:00 बजे रात के आस-पास उनकी हत्या की गई थी. हत्या से पहले मोबाइल चोरी किया गया था जिस मोबाइल से उनकी बहू को फोन कर दो हजार रुपए की रंगदारी मांगी गई थी.
बहू ने पेटीएम से भेजा रुपया: रंगदारी की मांग पर बहू ने पेटीएम से रुपए भेज दिए थे, इसके बावजूद उनकी देर रात हत्या कर दी गई. जिसके बाद अपराधी मौके से फरार हो गए. बता दें कि नगर थाना क्षेत्र के सुभाष चौक के स्थित नाथ टिंबर के मालिक थे शारदानंद सिंह जो खुद इस टिम्बर का संचालन करते थे. साथ ही वह अपने टिंबर कैंपस में ही एक चौकी पर सोया करते थे जहां उनका शव बरामद किया गया. गोली मारकर उनकी हत्या की गई थी साथ ही उनके शरीर पर चोट के निशान भी थे. जिससे पता चलता है कि उनकी हत्या के पहले उनके साथ मारपीट भी की गई होगी.
"5 तारीख की देर रात टिम्बर व्यवसाई की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. जिस संदर्भ में केस दर्ज हुआ था 6 नवंबर को. उसमे उद्भेदन के लिए टीम का गठन किया गया था. इसमें मानवीय व तकनीक के आधार पर 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिनके पास हथियार व गोली बरामद किया गया है. साथ ही वह कपड़ा भी बरामद किया गया है. सब ने अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है. मर्डर करने के बाद चांदी का एक नोट छुपा कर रखा था. इस मामले में रितिक कुमार, भोला कुमार और दीपक कुमार को गिरफ्तात किया गया है. इनके पास से एक कट्टा, एक पिस्तौल, पांच जिंदा कारतूस और चांदी का नोट व हत्या के समय पहना हुए कपड़ा बरामद किया गया है. इस घटना का डिटेक्शन हो गया है. टीम लगी हुई थी जिसको सफलता मिली है. जांच में पता चला है कि नशीली पदार्थों का सेवन करते थे तो इनको मृतक मना करते थे. यह ज्यादा दूर के नहीं है यह सभी आसपास के ही है. इनको ऐसा लगा था कि इनके पास पैसा भी मिल सकता है." - मनीष, वैशाली एसपी
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