वैशालीः बिहार के पटना में प्रदर्शन करने जा रहे शिक्षकों को गांधी सेतु पर रोक दिया गया. बड़ी संख्या में शिक्षक गांधी सेतु से पहले पुराने टोल टैक्स के पास रुके रहे. इस दौरान शिक्षक और पुलिस प्रशासन से तू-तू मैं-मैं भी हुई. पुलिस प्रशासन का कहना है कि उन्हें ऊपर से ऑर्डर है कि शिक्षकों को नहीं जाने दिया जाए. इस विषय में समस्तीपुर के शिक्षक राजीव कुमार ने बताया कि वे लोग पटना में धरना प्रदर्शन करने के लिए जा रहे थे, लेकिन इससे पहले ही गांधी सेतु पर रोक दिया गया है.
यह भी पढ़ेंः Bihar Teacher Protest : पटना में शिक्षक अभ्यर्थियों का हंगामा, शिक्षक नेता हिरासत में... गुस्से में आंदोलनकारी
शिक्षकों को गांधी सेतु पर रोकाः पटना में बिहार के सभी प्राथमिक से लेकर माध्यमिक शिक्षकों का धरना प्रदर्शन था. इसके शिक्षक सुबह के 9:30 बजे पटना जा रहे थे, लेकिन प्रशासन ने उन्हें जाने से रोक दिया. गाड़ी को आगे नहीं जाने दिया जा रहा है. जो शिक्षक जाने का प्रयास कर रहे हैं, उनके साथ असभ्य व्यवहार किया गया. शिक्षकों का कहना है कि उनके साथ मारपीट भी गयी जो बहुत दुखद है. शिक्षकों को रोकने से सेतु पर जाम लग गया, जिससे आम लोगों को भी काफी परेशानी हुई.
"हमलोग माध्यमिक शिक्षक संघ के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन के लिए पटना जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही रोक दिया गया. सुबह 9:30 बजे से हमलोग जाम में पड़े हुए हैं. शिक्षकों के साथ बर्बरतापूर्ण व्यवहार किया जा रहा है. कुछ शिक्षकों को मारा पीटा भी गया. सरकार यहां पर बिल्कुल विफल है. किसी भी संघ के लोगों को धरना प्रदर्शन की आजादी है. अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन करने से रोका जाएगा तो इसे बर्बरतापूर्ण ही कहा जाएगा" -राजीव कुमार, प्रखंड अध्यक्ष, शिक्षक संघ, समस्तीपुर
"हमलोग दरभंगा से आ रहे हैं. जो भी गाड़ी में दो से तीन लोग रहते हैं, उसे रोक दिया जा रहा है. बिहार संयुक्त शिक्षक मोर्चा के आवाहन पर गर्दनीबाग धरना स्थल पर प्रदर्शन होना था. यहां लाखों की संख्या में शिक्षक पहुंचे हैं, लेकिन चार से पांच सौ की संख्या में गाड़ियों को रोक दिया गया है. प्रशासन नहीं जाने देगा तो पैदल जाने का प्रयास करेंगे." -अंगद कुमार झा, शिक्षक, दरभंगा
नियमाली का विरोधः बता दें कि बिहार में शिक्षक बहाली (Teacher Recruitment in Bihar) में को लेकर नई नियमावली का विरोध किया जा रहा है. इसी के तहत शिक्षक संघ का 11 जुलाई को पटन में प्रदर्शन था. बिहार के विभिन्न जिले से शिक्षक पटना पहुंच रहे थे, लेकिन उन्हें गांधी सेतु पर ही रोक दिया गया. इससे शिक्षकों में और आक्रोश बढ़ गया है. सरकार को तानाशाह बता रहे हैं.