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विश्वकर्मा पूजा के मौके पर डोर टू डोर सप्लाई कर रहे थे शराब, ऑर्डर पूरा करने से पहले ही..

बिहार में शराबबंदी के बावजूद शराब की तस्करी जारी है. वैशाली में सात शराब तस्करों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. विश्वकर्मा पूजा के अवसर पर ये सभी डोर टू डोर शराब बेचने निकले थे. पढ़ें.

Seven liquor smugglers arrested in Vaishali
Seven liquor smugglers arrested in Vaishali
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Published : Sep 17, 2022, 5:42 PM IST

वैशाली: विश्वकर्मा पूजा के अवसर पर बड़े पैमाने डोर टू डोर शराब बेचने निकले सात शराब तस्करों (Seven liquor smugglers arrested in Vaishali) को उत्पाद विभाग ने गिरफ्तार किया है. गुप्त सूचना के आधार पर उत्पाद विभाग ने यह कार्रवाई तब की जब पॉलिथीन में शराब भरकर बेचे जाने की तैयारी चल रही थी. जिसके बाद मौके से पकड़े गए सैकड़ों लीटर देसी शराब नष्ट किए गए.

पढ़ें- दरभंगा का सरपंच पटना में करता था शराब की सप्लाई, ऐसे हुआ गिरफ्तार

विश्वकर्मा पूजा में बेचने निकले थे शराब: वहीं उत्पाद विभाग को शक है कि कई और लोग इस काम में शामिल हो सकते हैं. इसके मद्देनजर उत्पाद विभाग की दो टीमें लगातार इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रही है. पकड़े गए सभी शराब तस्कर दियारा क्षेत्र के बताए जा रहे हैं. जो अपने गैंग के साथ मिलकर कच्चा शराब का निर्माण करने के बाद ऑर्डर के अनुसार डोर टू डोर शराब सप्लाई का काम करते थे.

वैशाली में 7 शराब तस्कर गिरफ्तार: कुछ दिनों पहले ड्रोन कैमरे की मदद से उत्पाद विभाग को दियारा क्षेत्र में कुछ हलचल दिखी थी. जिसके बाद से उत्पाद विभाग सतर्क था और शराब तस्करों को रंगे हाथों गिरफ्तार करने की फिराक में था. वहीं विश्वकर्मा पूजा के अवसर पर उत्पाद विभाग को गुप्त सूचना मिली कि वैशाली जिले के गंगाब्रिज थाना क्षेत्र और राघोपुर थाना क्षेत्र के दिवानटोक, लिटियाही, सुकुमारपुर, दियारे क्षेत्रों के अलावा कई जगहों पर बड़े पैमाने में देसी शराब बनाया गया है. जिसे विश्वकर्मा पूजा के अवसर पर बेचा जाना है.

ड्रोन की मदद से गिरफ्तारी: गुप्त सूचना के आधार पर जब उत्पाद विभाग मौके पर रेड करने पहुंची तो 7 लोग पॉलिथीन में शराब भरकर बैग में डालकर उसे बेचने जाने के लिए निकल रहे थे. मौके पर उत्पाद और पुलिस को देखकर सभी भागने लगे लेकिन इसबार उत्पाद विभाग भी पूरी तैयारी के साथ था. पहले से ही इलाके की घेराबंदी कर दी गई थी. जिसके कारण मौके से भाग रहे सभी शराब तस्करों को दबोच लिया गया. इन सभी की गिरफ्तारी ड्रोन की मदद से संभव हो पाई.

दियारा क्षेत्रों की मॉनिटरिंग: वहीं उत्पाद विभाग पकड़े गए शराब तस्करों से पूछताछ कर शराब तस्करी के जाल को खंगालने में जुट गई है. इस विषय में उत्पाद अधीक्षक विजय शेखर दुबे ने बताया कि लगातार ड्रोन कैमरे से दियारा क्षेत्रों की मॉनिटरिंग की जा रही है. जितने भी संभावित इलाके हैं जहां देसी शराब बनाने का काम हो सकता है, उन सभी जगहों पर खासतौर से चौकसी बरती जा रही है.

"गुप्त सूचना मिली थी कि विश्वकर्मा पूजा के अवसर पर 7 लोग डोर टू डोर शराब बेचने की तैयारी कर रहे हैं. जिसके बाद उत्पाद विभाग ने टीम बनाकर शराब बेचने जा रहे हैं सभी सात शराब कारोबारियों को मौके पर ही पकड़ लिया. वहीं पकड़े गए सैकड़ों लीटर शराब को नष्ट करने का काम भी किया गया है. पकड़े गए सभी तस्करों से पूछताछ कर इनसे जुड़े अन्य लोगों का पता लगाया जा रहा है."- विजय शेखर दुबे, उत्पाद अधीक्षक, वैशाली

बिहार में शराबबंदी कानून: बता दें कि 2016 से बिहार में शराबबंदी कानून (Bihar Prohibition and Excise Act 2016) लागू है. 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान सीएम नीतीश कुमार ने महिलाओं से शराबबंदी (Liquor Ban In Bihar) का वादा किया था. इसका एक उद्देश्य घरेलू हिंसा को रोकना था. चुनाव जीतने के बाद उन्होंने अपना वादा निभाया. एक अप्रैल 2016 बिहार निषेध एवं आबकारी अधिनियम के तहत बिहार में शराबबंदी लागू कर दी गई. तब से सरकार के दावे के बावजूद शराब की तस्करी और बिक्री धड़ल्ले से हो रही है. इसका प्रमाण शराब की बरामदगी और इस धंधे से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी है.

वैशाली: विश्वकर्मा पूजा के अवसर पर बड़े पैमाने डोर टू डोर शराब बेचने निकले सात शराब तस्करों (Seven liquor smugglers arrested in Vaishali) को उत्पाद विभाग ने गिरफ्तार किया है. गुप्त सूचना के आधार पर उत्पाद विभाग ने यह कार्रवाई तब की जब पॉलिथीन में शराब भरकर बेचे जाने की तैयारी चल रही थी. जिसके बाद मौके से पकड़े गए सैकड़ों लीटर देसी शराब नष्ट किए गए.

पढ़ें- दरभंगा का सरपंच पटना में करता था शराब की सप्लाई, ऐसे हुआ गिरफ्तार

विश्वकर्मा पूजा में बेचने निकले थे शराब: वहीं उत्पाद विभाग को शक है कि कई और लोग इस काम में शामिल हो सकते हैं. इसके मद्देनजर उत्पाद विभाग की दो टीमें लगातार इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रही है. पकड़े गए सभी शराब तस्कर दियारा क्षेत्र के बताए जा रहे हैं. जो अपने गैंग के साथ मिलकर कच्चा शराब का निर्माण करने के बाद ऑर्डर के अनुसार डोर टू डोर शराब सप्लाई का काम करते थे.

वैशाली में 7 शराब तस्कर गिरफ्तार: कुछ दिनों पहले ड्रोन कैमरे की मदद से उत्पाद विभाग को दियारा क्षेत्र में कुछ हलचल दिखी थी. जिसके बाद से उत्पाद विभाग सतर्क था और शराब तस्करों को रंगे हाथों गिरफ्तार करने की फिराक में था. वहीं विश्वकर्मा पूजा के अवसर पर उत्पाद विभाग को गुप्त सूचना मिली कि वैशाली जिले के गंगाब्रिज थाना क्षेत्र और राघोपुर थाना क्षेत्र के दिवानटोक, लिटियाही, सुकुमारपुर, दियारे क्षेत्रों के अलावा कई जगहों पर बड़े पैमाने में देसी शराब बनाया गया है. जिसे विश्वकर्मा पूजा के अवसर पर बेचा जाना है.

ड्रोन की मदद से गिरफ्तारी: गुप्त सूचना के आधार पर जब उत्पाद विभाग मौके पर रेड करने पहुंची तो 7 लोग पॉलिथीन में शराब भरकर बैग में डालकर उसे बेचने जाने के लिए निकल रहे थे. मौके पर उत्पाद और पुलिस को देखकर सभी भागने लगे लेकिन इसबार उत्पाद विभाग भी पूरी तैयारी के साथ था. पहले से ही इलाके की घेराबंदी कर दी गई थी. जिसके कारण मौके से भाग रहे सभी शराब तस्करों को दबोच लिया गया. इन सभी की गिरफ्तारी ड्रोन की मदद से संभव हो पाई.

दियारा क्षेत्रों की मॉनिटरिंग: वहीं उत्पाद विभाग पकड़े गए शराब तस्करों से पूछताछ कर शराब तस्करी के जाल को खंगालने में जुट गई है. इस विषय में उत्पाद अधीक्षक विजय शेखर दुबे ने बताया कि लगातार ड्रोन कैमरे से दियारा क्षेत्रों की मॉनिटरिंग की जा रही है. जितने भी संभावित इलाके हैं जहां देसी शराब बनाने का काम हो सकता है, उन सभी जगहों पर खासतौर से चौकसी बरती जा रही है.

"गुप्त सूचना मिली थी कि विश्वकर्मा पूजा के अवसर पर 7 लोग डोर टू डोर शराब बेचने की तैयारी कर रहे हैं. जिसके बाद उत्पाद विभाग ने टीम बनाकर शराब बेचने जा रहे हैं सभी सात शराब कारोबारियों को मौके पर ही पकड़ लिया. वहीं पकड़े गए सैकड़ों लीटर शराब को नष्ट करने का काम भी किया गया है. पकड़े गए सभी तस्करों से पूछताछ कर इनसे जुड़े अन्य लोगों का पता लगाया जा रहा है."- विजय शेखर दुबे, उत्पाद अधीक्षक, वैशाली

बिहार में शराबबंदी कानून: बता दें कि 2016 से बिहार में शराबबंदी कानून (Bihar Prohibition and Excise Act 2016) लागू है. 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान सीएम नीतीश कुमार ने महिलाओं से शराबबंदी (Liquor Ban In Bihar) का वादा किया था. इसका एक उद्देश्य घरेलू हिंसा को रोकना था. चुनाव जीतने के बाद उन्होंने अपना वादा निभाया. एक अप्रैल 2016 बिहार निषेध एवं आबकारी अधिनियम के तहत बिहार में शराबबंदी लागू कर दी गई. तब से सरकार के दावे के बावजूद शराब की तस्करी और बिक्री धड़ल्ले से हो रही है. इसका प्रमाण शराब की बरामदगी और इस धंधे से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी है.

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