हाजीपुर: देशव्यापी लॉकडाउन ने आनलाइन एजुकेशन के क्षेत्र में क्रांति ला दी है. जिले में लॉकडाउन के दौरान स्कूलों और कोचिंग संस्थानों ने बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाने के लिए खुद को और हाईटेक कर लिया है. अब वे सोशल मीडिया, प्लेस्टोर ऐप के अलावा खास सॉफ्टवेयर डेवलप कराकर क्लासेज करा रहे हैं. इन संस्थानों की मानें तो सोशल साइट पर उपलब्ध ऐप से कई प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
वहीं, सॉफ्टवेयर डेवलपर शिक्षण संस्थानों की जरूरत के हिसाब से सॉफ्टवेयर डेवलप करके देते हैं, जिसका इस्तेमाल काफी आसान है. सॉफ्टवेयर डेवलपर का कहना है कि ये इतने आसान होते हैं कि बच्चे आराम से इसे यूज कर सकते हैं. इसके जरिए बच्चों को पढ़ाना और आसान हो गया है. इसे बच्चे भी खूब पसंद कर रहे हैं.
लॉकडाउन के कारण पढ़ाई हुई ठप
गौरतलब है कि जब लॉकडाउन हुआ और तमाम स्कूल, कॉलेजों और कोचिंग संस्थानों को पूरी तरह से बंद करने का ऐलान किया गया था तब शिक्षकों से लेकर अभिभावक और बच्चे सभी परेशान हो गए थे. लेकिन, इस बीच ऑनलाइन पढ़ाई की तरकीब से कई रास्ते खुल गए. अब सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल से और नए मार्ग प्रशस्त हो रहे हैं. नए सॉफ्टवेयर में कई ऐसे फीचर्स हैं जिससे टीचर के साथ-साथ बच्चों को ऑनलाइन पढ़ने में काफी सुविधा हो रही है.
सॉफ्टवेयर में उपलब्ध है असाइंनमेंट फीचर
शिक्षण संस्थानों का कहना है कि उनकी ओर से डिजाइन करवाए गए सॉफ्टवेयर के जरिए ऑनलाइन पढ़ाई में कई सुविधाएं हैं. इसके जरिए बच्चों को पढ़ाई के साथ असाइनमेंट और रूटीन उपलब्ध कराया जाता है, जिससे उनकी पढ़ाई में कोई दिक्कत नहीं हो. साथ ही नए सॉफ्टवेयर में ऐसे कई विकल्प हैं जिससे बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई के बाद भी ओपन कर अपने डाउट्स को क्लियर कर सकते हैं.