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बिहार में मठ-मंदिरों की जमीन अब नहीं बेच पाएंगे सेवक, जल्द बनेगा नया कानून - वैशाली टॉप न्यूज

बिहार में मठ मंदिरों की जमीन को अब सेवक नहीं बेच पाएंगे. इससे संबंधित नया कानून बहुत जल्द बनेगा. बिहार सरकार के भूमि सुधार और राजस्व विभाग के मंत्री रामसूरत राय ने कहा कि तमाम जमीनें देवी-देवताओं के नाम पर होंगी. असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा के बयान पर मंत्री रामसूरत राय ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि नेता किसी भी दल के हों, मर्यादित बयान देना चाहिए.

मंत्री रामसूरत राय
मंत्री रामसूरत राय
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Published : Feb 14, 2022, 7:26 AM IST

हाजीपुर: बिहार में अब बहुत जल्द देवी देवता भी जमीन के मालिक होंगे. इसके लिए बिहार सरकार ने एक नया कानून (law regarding Math temples land in Bihar) बनाने का ऐलान किया है. इसमें मठ मंदिरों की जमीन सेवक के नाम पर नहीं होगी. इन तमाम जमीनों को देवी देवताओं के नाम ट्रांसफर कर दिया जाएगा. एक कार्यक्रम में शामिल होने हाजीपुर पहुंचे बिहार सरकार के भूमि सुधार और राजस्व मंत्री रामसूरत राय (Minister Ramsurat Rai) ने ये बातें कहीं.

उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा है कि कृषि विभाग और धार्मिक न्यास को एक बिल बनाने का सुझाव दिया गया है. इसे कैबिनेट से पारित कराया जाएगा. इस बिल में प्रावधान होगा कि मठ और मंदिरों की जो भी जमीन होगी, उसे अब सीधे देवी-देवताओं के नाम पर कर दिया जाएगा. इन जमीनों को अब मठ मंदिरों के सेवक को बेचने की इजाजत नहीं होगी. उन्होंने आगे कहा कि बिहार में 90% मठ मंदिरों की जमीन लोग हड़प रहे हैं. ऐसे में जो भी जमीन है, वह देवी-देवताओं के नाम कर दिया जाएगा.

मंत्री रामसूरत राय

ये भी पढ़ें: मंत्री रामसूरत राय ने रची नई परिभाषा, कहा - जो पढ़ा लिखा है वही अगड़ी जाति, फॉरवर्ड है, बाकी सब बैकवर्ड

उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों ने भगवान के नाम पर जमीन का दान दिया था. जिसमें सेवा के नाम पर उसको बेच दिया जाता है. इससे बचाव बेहद जरूरी है. मंत्री रामसूरत राय ने आगे कहा कि महंतों से हमारा विनम्र आग्रह है कि मुट्ठी भर लोग आपके पीछे पड़े हुए हैं. आपके कंधे पर बंदूक रखकर चलाना चाहते हैं. इसलिए यह जो भूमि है, यह रैयती भूमि है. उसमें कानून में संशोधन करना होगा. जो सर्वे चल रहा है, उसमें हम सबसे पहले सुधार करेंगे कि हमारे पूर्वजों ने मंदिर को जो जमीन दान किया है, वह अब सीधे देवता के नाम से दान दिया गया है. उनके नाम से जमीन हो जाएगा. अब उस जमीन में सेवक के नाम के जगह भगवान का नाम हो जाएगा.

ये भी पढ़ें: पटना में अमीन अभ्यर्थियों ने किया अर्धनग्न प्रदर्शन, मंत्री रामसूरत राय के आवास को घेरा

उन्होंने आगे कहा कि आप मठ-मंदिर की जो व्यवस्था चला रहे हैं, वह उसी तरीके से चलाएं लेकिन न तो वह बिकेगी ना ही ट्रांसफर होगी. वहीं, उन्होंने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Assam CM Himanta Biswa Sarma) के कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर दिये बयान पर कहा कि किसी भी दल के नेता को ऐसा बयान नहीं देना चाहिए. हमेशा मर्यादित और अपने अधिकार क्षेत्र में रहकर बयान दें. यह बेहतर होगा. बताते चलें कि कुछ दिनों पूर्व असम के मुख्यमंत्री ने राहुल गांधी पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि क्या हमने कभी आपसे प्रूफ मांगा है कि आप राजीव गांधी के बेटे हैं या नहीं ? जब आर्मी ने कह दिया कि सर्जिकल स्ट्राइक हुआ है तो फिर उसका प्रूफ कैसा? तब से इस मामले ने तूल पकड़ लिया है.

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हाजीपुर: बिहार में अब बहुत जल्द देवी देवता भी जमीन के मालिक होंगे. इसके लिए बिहार सरकार ने एक नया कानून (law regarding Math temples land in Bihar) बनाने का ऐलान किया है. इसमें मठ मंदिरों की जमीन सेवक के नाम पर नहीं होगी. इन तमाम जमीनों को देवी देवताओं के नाम ट्रांसफर कर दिया जाएगा. एक कार्यक्रम में शामिल होने हाजीपुर पहुंचे बिहार सरकार के भूमि सुधार और राजस्व मंत्री रामसूरत राय (Minister Ramsurat Rai) ने ये बातें कहीं.

उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा है कि कृषि विभाग और धार्मिक न्यास को एक बिल बनाने का सुझाव दिया गया है. इसे कैबिनेट से पारित कराया जाएगा. इस बिल में प्रावधान होगा कि मठ और मंदिरों की जो भी जमीन होगी, उसे अब सीधे देवी-देवताओं के नाम पर कर दिया जाएगा. इन जमीनों को अब मठ मंदिरों के सेवक को बेचने की इजाजत नहीं होगी. उन्होंने आगे कहा कि बिहार में 90% मठ मंदिरों की जमीन लोग हड़प रहे हैं. ऐसे में जो भी जमीन है, वह देवी-देवताओं के नाम कर दिया जाएगा.

मंत्री रामसूरत राय

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उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों ने भगवान के नाम पर जमीन का दान दिया था. जिसमें सेवा के नाम पर उसको बेच दिया जाता है. इससे बचाव बेहद जरूरी है. मंत्री रामसूरत राय ने आगे कहा कि महंतों से हमारा विनम्र आग्रह है कि मुट्ठी भर लोग आपके पीछे पड़े हुए हैं. आपके कंधे पर बंदूक रखकर चलाना चाहते हैं. इसलिए यह जो भूमि है, यह रैयती भूमि है. उसमें कानून में संशोधन करना होगा. जो सर्वे चल रहा है, उसमें हम सबसे पहले सुधार करेंगे कि हमारे पूर्वजों ने मंदिर को जो जमीन दान किया है, वह अब सीधे देवता के नाम से दान दिया गया है. उनके नाम से जमीन हो जाएगा. अब उस जमीन में सेवक के नाम के जगह भगवान का नाम हो जाएगा.

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उन्होंने आगे कहा कि आप मठ-मंदिर की जो व्यवस्था चला रहे हैं, वह उसी तरीके से चलाएं लेकिन न तो वह बिकेगी ना ही ट्रांसफर होगी. वहीं, उन्होंने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Assam CM Himanta Biswa Sarma) के कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर दिये बयान पर कहा कि किसी भी दल के नेता को ऐसा बयान नहीं देना चाहिए. हमेशा मर्यादित और अपने अधिकार क्षेत्र में रहकर बयान दें. यह बेहतर होगा. बताते चलें कि कुछ दिनों पूर्व असम के मुख्यमंत्री ने राहुल गांधी पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि क्या हमने कभी आपसे प्रूफ मांगा है कि आप राजीव गांधी के बेटे हैं या नहीं ? जब आर्मी ने कह दिया कि सर्जिकल स्ट्राइक हुआ है तो फिर उसका प्रूफ कैसा? तब से इस मामले ने तूल पकड़ लिया है.

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