वैशाली: बिहार के वैशाली में शिक्षा व्यवस्था को लेकर नीतीश सरकार के बड़े-बड़े दावों की पोल खोलता एक वीडियो सामने आया है. दरअसल, वैशाली में बीए पार्ट वन की परीक्षा (BA Part One exam in Vaishali) फर्श पर दरी बिछाकर ली गई. वीडियो में मनमाने तरीके से छात्र परीक्षा दे रहे हैं. इस दौरान कई छात्र आराम फरमाते हुए भी देखे गए. वहीं, वीडियो में कई छात्राएं तो गोलबंद होकर परीक्षा दे रही हैं. लापरवाही का ऐसा वीडियो सामने आने के बाद अब कॉलेज प्रशासन भी लीपापोती में लग गया है. कॉलेज प्रशासन का कहना है कि क्षमता से अधिक छात्रों को सेंटर दे दिया गया है.
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वैशाली में शिक्षा व्यवस्था की खुली पोल: वीडियो जनदहा थाना क्षेत्र के समता कॉलेज जनदहा (Samta College Jandaha) का है, जहां कॉलेज के बरामदे में काफी दूर तक दरी बिछाकर छात्रों को बैठाया गया है. वीडियो में साफ तौर पर दिखाई दे रहा है कि छात्र मनमाने तरीके से परीक्षा दे रहे हैं. कई छात्र तो परीक्षा देते समय आराम फरमाते हुए थी देखे गए, लेकिन कैमरा देखते ही सभी चौकन्ने हो जाते हैं. वीडियो सामने आने के बाद कॉलेज प्रशासन का कहना है कि क्षमता से अधिक छात्रों का सेंटर कॉलेज में दे दिया गया है, जिसके कारण यह सब समस्या हो रही है.
कॉलेज प्रशासन की दलील: कॉलेज प्रशासन ने बताया कि 11 मई से 29 मई तक बीए पार्ट वन के कॉमर्स, साइंस और आर्टस की परीक्षा होना है. जिसके लिए समता कॉलेज जनदहा में 4 कॉलेज के छात्र छात्राओं को सेंटर दिया गया है. जिसमें वीर चंद्र पटेल स्मारक महाविद्यालय देसरी, आरपीएस कॉलेज महनार, नितीश कुमार स्मारक महाविद्यालय पानापुर और जयपुर राय कॉलेज पातेपुर के छात्रों की परीक्षा होना है. कॉलेज में सिर्फ 500 छात्रों के एग्जाम देने की व्यवस्था है. नियमतः इस व्यवस्था में 1 बेंच पर 2 छात्रों का एग्जाम हो सकता है. वहीं, अतिआवश्यक होने पर अन्य स्कूलों से बेंच डेस्क मंगा कर और एक बेंच पर 3 छात्रों को बैठाकर एग्जाम लेने पर 1100 के करीब छात्र समता कॉलेज जनदहा में एग्जाम दे सकते हैं. जिसकी जगह पर 1400 छात्रों के एग्जाम का सेंटर दे दिया गया है.
कॉलेज के प्रिंसिपल ने नहीं उठाया फोन: बताया जा रहा है कि कॉलेज प्रशासन ने कॉलेज में वीडियो बनाने पर रोक लगा रखी है. जिसके बाद एग्जाम देने गए किसी छात्र के परिजन ने वीडियो बनाकर मीडिया से शेयर किया है. इतना ही नहीं दरी पर कागज के टुकड़े भी इधर-उधर बिखरे हुए दिख रहे हैं. जिससे साफ तौर से पता चल रहा है कि परीक्षा साफ-सुथरी तरीके से नहीं चल रही है. इस बीच कॉलेज के प्रिंसिपल नारायण दास से फोन पर बात करने के कई बार प्रयास किए गए, लेकिन उन्होंने और एग्जाम कंट्रोलर ने फोन रिसीव ही नहीं किया.
"कॉलेज की ओर से यूनिवर्सिटी को सूचना दे दी गई थी कि यहां 500 छात्रों की कैपेसिटी है. बावजूद यूनिवर्सिटी में चार कॉलेजों के 1400 छात्र का सेंटर यहां दे दिया है. ऐसे में छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए एग्जाम अच्छे से लिया जा रहा है. 2 दिनों के लिए दरी भाड़े पर लाई गई थी. जिसमें कॉलेज का 12000 रुपए खर्च हुए हैं. वैसे इस विषय में ज्यादा जानकारी कॉलेज के प्रिंसिपल और एग्जाम कंट्रोलर दे पाएंगे.''- गौरीशंकर, बड़ा बाबू, समता कॉलेज जनदहा
बता दें कि बिहार की छवि को सुधारने में लगातार बिहार सरकार प्रयास कर रही है. इसके तहत मैट्रिक और इंटर के एग्जाम काफी साफ-सुथरे ढंग से लिए गए थे. लेकिन जिस तरीके से बीए पार्ट वन का एग्जाम लिया जा रहा है, उससे यह कहा जा सकता है कि बिहार सरकार को इस पर और मेहनत करने की जरूरत है. वैसे भी सरकार की मंशा बिहार में साफ सुथरी परीक्षा का आयोजन करवाना है, जिसमें कॉलेज प्रशासन और यूनिवर्सिटी को भी ईमानदारी से अपनी भूमिका निभानी पड़ेगी.
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