वैशाली: प्रदेश में बढ़ती गर्मी और पानी की किल्लतों के बीच किसानों को थोड़ी राहत मिली है. जिले के कई इलाकों में सुबह तेज हवा के साथ बारिश ने दस्तक दी. वहीं किसान अपने खेतों में बारिश की पानी से सूखे फसलों की बीज बोते नजर आए.
किसानों में खुशी की लहर
पिछले कई दिनों से पानी की कमी को लेकर परेशान चल रहे हजारों किसानों के चेहरों पर मानों खुशी वापस लौटा दी गयी हो. जिले के सभी 16 प्रखंडो में किसानों ने हरी साग सब्जियां, गर्मा फसलों में मकई, भिंडी, धनिया और साग की बीज अपने अपने खेतों में परिवार के साथ रोपे. किसानों ने बताया कि अचानक मौसम के बदलने से लगभग तैयार हो चुकी रबी फसलों को नुकशान होने का ख्याल आया पर ज्यादा नुकशान नहीं हुआ.
प्रदेश में तेज गर्मी से किसानों के खेत सुख गए
इस समय किसान काफी मात्रा में हरी साग सब्जियां, सहित मकई कि खेती करते हैं. जिसके लिये बहुत मात्रा में पानी की जरूरत पड़ती हैं. किसानों की मानें तो उपरोक्त चीजों की खेती के लिये मार्च से अप्रैल महीने के अंतिम दिन निर्धारित होते हैं. लेकिन पिछले कुछ दिनों से प्रदेश में तेज गर्मी से किसानों के खेत सुख गए थे.
काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा
किसानों ने बताया कि सरकारी चापाकल और स्टेट ट्यूब बेल के सूखने और खस्ता हालत से उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था. इस कारण ये लोग खुद हजारों रुपये खर्च करके अपना बोरिंग और समरसेबुल से सिंचाई की व्यवस्था किये थे. लेकिन बिजली के कम वोल्टेज के कारण ये व्यवस्था भी ठप हो गयी. ऐसे बारिश से खेतों में नमी और उनके चेहरों पर खुशी देखने को मिली ।