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सोनपुर में बाढ़ प्रभावित इलाकों का DM ने किया निरीक्षण, बाढ़ पीड़ितों के लिए चलाये जा रहे हैं 51 बोट - बाढ़ का पानी

रविवार को गंगा और गंडक के जल स्तर में वृद्धि होने से बाढ़ का पानी अब सोनपुर के पहाड़ी चक गांव के निचली मुख्य सड़क पर पहुंच गया है. इस पर बाढ़ का पानी आने से आवाजाही करने वाले काफी डरे सहमे हैं.

सोनपुर प्रखण्ड में घुसा बाढ़ का पानी
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Published : Sep 24, 2019, 10:36 AM IST

वैशाली/सारण: सोमवार को सारण जिले के डीएम सुब्रत कुमार सेन सोनपुर प्रखण्ड पहुंचे. उन्होंने अनुमंडल के एसडीओ और प्रखण्ड के सीओ के साथ बाढ़ प्रभावित दियारा क्षेत्र का निरीक्षण किया. डीएम ने बाढ़ प्रभावित नजरमीरा, राहरदीयरा और पहलेजा घाट पर जाकर मुआयना किया. गंगा और गंडक नदी के जल-स्तर में लगातार इजाफा होने की वजह से सोनपुर प्रखण्ड के दर्जनों गांव में लगातार कटाव होने से हजारों ग्रामीण लोग प्रभावित हो गए हैं. इससे अभी तक दस हजार से ज्यादा जनसंख्या बाढ़ की चपेट में आ गयी है.

DM of Saran inspected flood affected area of ​​Sonepur
पानी में डूबा जिले का स्कूल

बाढ़ का पानी आने से लोगों को हो रही परेशानी
रविवार को गंगा और गंडक के जल स्तर में वृद्धि होने से बाढ़ का पानी अब सोनपुर के पहाड़ी चक गांव की निचली मुख्य सड़क पर पहुंच गया है. हाड़ी चक स्थित यह निचली सड़क क्षेत्र का मुख्य सड़क कहा जाता है. सोनपुर के बजरंग चौक से विश्व प्रसिद्ध बाबा हरिहरनाथ मंदिर जाने के लिये यह महत्वपूर्ण मार्ग है. इस पर बाढ़ का पानी आने से आवाजाही करने वाले काफी डरे सहमे हैं.

DM of Saran inspected flood affected area of ​​Sonepur
सुब्रत कुमार सेन , डीएम

क्या कहते हैं ग्रामीण
क्षेत्र में सरकार ने कई कार्य चलाने का दावा किया है. लेकिन स्थानीय जनता इसे झूठ बता जा रही है. स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन सिर्फ कागज पर दावा करती है. ग्रामीणों ने कहा कि जिस तरह से क्षेत्र में नदियों के जल स्तर में इजाफा हुआ है. अभी तक प्रशासन को इसे बाढ़ घोषित कर देना जाना चाहिए था. लेकिन अभी तक ऐसा नहीं किया गया है.

बाढ़ प्रभावित इलाकों का डीएम ने किया दौरा.

'जिले में कुल 51 नाव चलाये जा रहे हैं'
बाढ़ प्रभावित दियारा क्षेत्र का निरीक्षण करने के दौरान उनके साथ अनुमंडल के एसडीओ शंभुशरण पांडेय, प्रखण्ड के अंचलाधिकारी रामाकांत महतो भी मौजूद रहे. इस दौरान डीएम ने लोगों से बातचीत कर उनकी पीड़ा सुनी. उन्होंने इस बाबत संबंधित अधिकारी को आवश्यक दिशा- निर्देश भी दिया. इसके साथ ही डीएम ने कहा कि जिले में कुल 51 नाव चलाये जा रहे हैं. साथ ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के हर एक किलोमीटर पर होमगार्ड को तैनात किया गया है. उन्होंने आश्वस्त किया कि मेडिकल किट से लेकर अन्य सभी व्यवस्था लोगों के लिए किये जा रहे हैं.

वैशाली/सारण: सोमवार को सारण जिले के डीएम सुब्रत कुमार सेन सोनपुर प्रखण्ड पहुंचे. उन्होंने अनुमंडल के एसडीओ और प्रखण्ड के सीओ के साथ बाढ़ प्रभावित दियारा क्षेत्र का निरीक्षण किया. डीएम ने बाढ़ प्रभावित नजरमीरा, राहरदीयरा और पहलेजा घाट पर जाकर मुआयना किया. गंगा और गंडक नदी के जल-स्तर में लगातार इजाफा होने की वजह से सोनपुर प्रखण्ड के दर्जनों गांव में लगातार कटाव होने से हजारों ग्रामीण लोग प्रभावित हो गए हैं. इससे अभी तक दस हजार से ज्यादा जनसंख्या बाढ़ की चपेट में आ गयी है.

DM of Saran inspected flood affected area of ​​Sonepur
पानी में डूबा जिले का स्कूल

बाढ़ का पानी आने से लोगों को हो रही परेशानी
रविवार को गंगा और गंडक के जल स्तर में वृद्धि होने से बाढ़ का पानी अब सोनपुर के पहाड़ी चक गांव की निचली मुख्य सड़क पर पहुंच गया है. हाड़ी चक स्थित यह निचली सड़क क्षेत्र का मुख्य सड़क कहा जाता है. सोनपुर के बजरंग चौक से विश्व प्रसिद्ध बाबा हरिहरनाथ मंदिर जाने के लिये यह महत्वपूर्ण मार्ग है. इस पर बाढ़ का पानी आने से आवाजाही करने वाले काफी डरे सहमे हैं.

DM of Saran inspected flood affected area of ​​Sonepur
सुब्रत कुमार सेन , डीएम

क्या कहते हैं ग्रामीण
क्षेत्र में सरकार ने कई कार्य चलाने का दावा किया है. लेकिन स्थानीय जनता इसे झूठ बता जा रही है. स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन सिर्फ कागज पर दावा करती है. ग्रामीणों ने कहा कि जिस तरह से क्षेत्र में नदियों के जल स्तर में इजाफा हुआ है. अभी तक प्रशासन को इसे बाढ़ घोषित कर देना जाना चाहिए था. लेकिन अभी तक ऐसा नहीं किया गया है.

बाढ़ प्रभावित इलाकों का डीएम ने किया दौरा.

'जिले में कुल 51 नाव चलाये जा रहे हैं'
बाढ़ प्रभावित दियारा क्षेत्र का निरीक्षण करने के दौरान उनके साथ अनुमंडल के एसडीओ शंभुशरण पांडेय, प्रखण्ड के अंचलाधिकारी रामाकांत महतो भी मौजूद रहे. इस दौरान डीएम ने लोगों से बातचीत कर उनकी पीड़ा सुनी. उन्होंने इस बाबत संबंधित अधिकारी को आवश्यक दिशा- निर्देश भी दिया. इसके साथ ही डीएम ने कहा कि जिले में कुल 51 नाव चलाये जा रहे हैं. साथ ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के हर एक किलोमीटर पर होमगार्ड को तैनात किया गया है. उन्होंने आश्वस्त किया कि मेडिकल किट से लेकर अन्य सभी व्यवस्था लोगों के लिए किये जा रहे हैं.

Intro:लोकेशन: वैशाली
रिपोर्टर: राजीव कुमार श्रीवास्तवा ।

सोमवार को सारण जिले के डीएम सुब्रत कुमार सेन सोनपुर प्रखण्ड पहुँचे । उन्होंने अनुमंडल के एसडीओ और प्रखण्ड के सीओ के साथ बाढ़ प्रभावित दियरा क्षेत्र पर पहुँचकर निरीक्षण किया ।इसके बाद Etv भारत से EXCLUSIVE वार्ता में बाढ़ की हालात पर चर्चा की ।


Body:गंगा और गंडक नदी के जल- स्तर में लगातार इजाफा होने के चलते सोनपुर प्रखण्ड के दर्जनों गाव में लगातार कटाव होने से हजारों ग्रामीण लोग प्रभावित हो गए हैं । मालूम हो कि गंगा और गंडक दोनों नदियों ने अपना रौद्ररूप दिखाने के साथ सभी दियरा क्षेत्र में कटाव तेजी से करती जा रहीं हैं ।इससे अभी तक दस हजार से ज्यादा जनसंख्या बाढ़ कि चपेट में आ गयी हैं ।

रविवार को को गंगा और गंडक के जल स्तर में बहुत वृद्धि होने से बाढ़ का पानी अब सोनपुर के पहाड़ी चक गाव स्थित निचली मुख्य सड़क पर पहुँच ग़यी हैं ।यहा Etv भारत द्वारा पड़ताल करने पर सड़क बाढ़ के पानी में लापता हो गया था ।यहा पर 2 से 3 फ़ीट पानी ऊपर बह रहा हैं । विदित हो कि क्षेत्र में तेजी से बाढ़ का पानी अपनी पाँव पसार रहीं हैं ।

पहाड़ी चक स्थित यह निचली सड़क क्षेत्र का मुख्य सड़क कही जाती हैं । मालूम हो कि सोनपुर के बजरंग चौक से विश्व प्रसिद्ध बाबा हरिहरनाथ मंदिर जाने के लिये यह महत्वपूर्ण मार्ग हैं ।इस पर बाढ़ का पानी आने से इस पर आवाजाही करने वाले काफी डरे सहमे हुए दिखाई दिए ।आपको बतादें की यह संकीर्ण सड़क हैं ।इसके दाहिने साइड में काफी गहराई हैं । रात हो या दिन अनजान वाहन ड्राइव थोड़ी भी लापरवाही से उसकी बड़ा हादसा हो सकता हैं ।

इस सड़क पर आवाजाही करने वाले ने अपना दर्द Etv भारत से शेयर किया । मालूम हो कि गंगा अपने खतरनाक रूप में आ गयी हैं ।क्षेत्र के चाहे दियरा क्षेत्र हो या फिर ऊंची ठिकाने गंडक और गंगा अपना असर से डराने लगीं हैं ।

अभी तक ये दोंनो नदिया प्रखण्ड के सब्बलपुर के चारो पंचायत, गंगाजल, कसमर, जहाँगीरपुर , पहाड़ी चक, नजर मीरा , पहलेजा, राहर दियरा, जैसे क्षेत्र में अपना रौद्ररूप दिखा रहीं हैं ।

क्षेत्र में सरकार द्वारा कई कार्य चलाने की दावा किये जा रहें हैं ।पर स्थानीय जनता द्वारा इसे कोरी बकवास बताया जा रहा हैं ।जनता की मानें तो प्रशासन सिर्फ दावा कागज पर करती हैं जो सफेद हाथी प्रतित होती हैं ।
ग्रामीण जनता की मानें तो जिस तरह से ग्रामीण क्षेत्र में नदियों का जल स्तर में कमोवेश इजाफा हुआ हैं। अभी तक प्रशासन द्वारा बाढ़ घोषित किया जाना चाहिए था ।पर अभी तक नही किया गया हैं ।यह आश्चर्यजनक वाली बात हैं।

एक यूथ जनता से यह पूछें जानें पर की बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में जिला प्रशासन मेडिकल किट, होमगार्ड, कई नाव का व्यवस्था कर रखी हैं??.. इस पर उक्त युवक ने इसे गलत बताया ।

सोमवार को दोपहर में सारण के डीएम सुब्रत कुमार सेन अचानक सोनपुर प्रखण्ड के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र इंस्पेक्शन करने पहुचे । उनके साथ में अनुमंडल के एसडीओ शंभुशरण पांडेय, प्रखण्ड के अंचलाधिकारी रामाकांत महतो भी थे । डीएम ने बाढ़ प्रभावित नजर मीरा, राहरदीयरा और पहलेजा घाट पर जाकर मुआयना किया ।साथ ही वहा ले लोगों से बातचीत कर उनकी पीड़ा भी सुनी ।उन्होंने इस बाबत संबंधित अधिकारी को आवश्यक दिशा- निर्देश भी दिया ।

डीएम सुब्रत कुमार सेन ने Etv भारत से रूबरू होकर अपने आने के उद्देश्य के बारे में बताया ।उनहोने आगें कहा कि हमने कई क्षेत्रों में जाकर निरीक्षण कर पाया कि बाढ़ नियंत्रण पर हैं। उन्होंने आगें बताया कि यहा क्षेत्र में गंगा के जल में अधिक वृद्धि हुई थी ।पर उन्होंने यह भी माना कि यहा बाढ़ जैसी कोई बात नहीं हैं ।उन्होंने माना कि आज से तीन वर्ष पूर्व (2018) वर्ष में आया आयी बाढ़ की त्रासदी जैसी तस्वीर इस बार नहीं हैं। उन्होंने आगें बताया कि इलाहाबाद, बक्सर में गंगा नदी के बाढ़ में कमोवेश कमी आने से अब वहां कोई खतरा नहीं हैं। कहा कि, इसी वास्ते हम यह कह सकते हैं कि आज रात से या कल से गंगा नदी की पानी मे कमी यानी घटने लगेंगी।

डीएम ने दावा किया कि जिले में कुल 51 नाव चलाये जा रहे हैं। साथ ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के हरेक एक किलोमीटर पर एज होमगार्ड को तैनात किया गया हैं । उन्होंने आश्वस्त किया कि मेडिकल किट से लेकर अन्य व्यवस्था किये जा रहें हैं ।




Conclusion:बहरहाल, क्षेत्र में रहने वाले डूबा क्षेत्र में सर्प और बिच्छु और जहरीले कीड़े मकोड़े के काटने से काफी दहशत जदा हैं ।अभी तक दो ग्रामीणों को सर्प ने डसने का कार्य कर चुका हैं। स्थानीय सरकारी रेफरल अस्पताल में दवा नहीं मिलने पर दियरा के लोगो को सैकडों रुपये खर्च करके पटना के कुर्जी होली फैमिली , पीएमसीएच इलाज के लिये जाने पड़ रहे हैं।

01. VO: स्टोरी का ।

OPEN PTC: संवाददाता, राजीव , वैशाली ।
बाइट : स्थानीय जनता : 03

मीडिल PTC: संवाददाता, राजीव , वैशाली ।

02. VO: स्टोरी का ।
1-2-1 विथ सुब्रत कुमार सेन , डीएम सारण ।
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