वैशाली: बिहार के वैशाली में एक शोक सभा में शामिल होने आए लोजपा रामविलास सुप्रीमो चिराग पासवान (LJP Ramvilas Supremo Chirag Paswan) ने यूपी चुनाव और शराबबंदी को लेकर नीतीश कुमार पर जमकर हमला किया. चिराग दिवंगत पत्रकार गुरुदयाल चौधरी की श्रद्धांजलि सभा में शामिल होने पहुंचे थे. उन्होंने दिवंगत पत्रकार को श्रद्धांजलि दी. साथ ही उनके परिवार से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना भी दी. इस दौरान यूपी चुनाव को लेकर चिराग पासवान ने तंज कसा और कहा कि बिहार में तीसरे नंबर की पार्टी का राज्य में कोई अस्तित्व नहीं रहा वो यूपी में क्या कमाल दिखा पाएंगे.
''मेरी हैसियत तो नहीं है बताने वाली, लेकिन बीजेपी जरूर उनको हैसियत बता रहा है. यह सच है कि जिस पार्टी का बिहार में कोई अस्तित्व नहीं रहा, जिस राज्य के मुख्यमंत्री वो 15 साल से रहे हो, वहां उनकी पार्टी तीसरे नंबर की पार्टी बन जाती है. आधे से ज्यादा प्रत्याशी चुनाव हार जाते हैं. जो पार्टी बिहार में कुछ नहीं कमाल कर रही है, वो उत्तर प्रदेश में क्या कर पाएगी, यह बीजेपी अच्छे से जानती है.''- चिराग पासवान, लोजपा रामविलास सुप्रीमो
यूपी चुनाव 2022 (UP Election 2022) को लेकर उन्होंने कहा कि जिस तरीके से बीजेपी का रवैया रहा है, अब इतनी मेहनत और इतने गिड़गिड़ाने के बाद भी अगर कुछ सीट मिल भी जाती है, तो जेडीयू का जो रवैया बिहार में रहा है उससे अनुमान लगाया जा सकता है. नीतीश कुमार को उनके गठबंधन के साथी ही आईना दिखाने में लगे हुए हैं. जीतनराम मांझी ने खुलेआम कहा कि शराबबंदी को वापस लेना चाहिए और बीजेपी समीक्षा की बात कर रही है. आज 19 लाख रोजगार को लेकर चर्चा होनी चाहिए, लेकिन मुख्यमंत्री को ऐसा लगता है कि बिहार में शराबबंदी के अलावा और कोई काम नहीं बचा है, पूरा शासन प्रशासन और पूरा तंत्र लगा हुआ है. जिस व्यक्ति से एक कानून सफल नहीं हो पा रहा है, वो बिहार को कैसे सफल करेगा, अब यह सवाल बिहार की जनता पूछने लगी है.
उन्होंने कहा कि बिहार में जिस तरीके से अपराधियों का मनोबल बढ़ा हुआ है. यह अपने आप में दर्शाता है कि बिहार में कानून और पुलिस का भय बिल्कुल समाप्त हो चुका है. नीतीश कुमार जी के लिए सबसे चिंता का विषय यह होना चाहिए कि जिस तरह से अपराधी आपराधिक घटनाओं को अंजाम देते हैं, वह अपने आप में दर्शाता है कि कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है. अपराध बिहार के हर जिले में और दिनदहाड़े हो रहे हैं. महुआ, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, चंपारण, नालंदा और छपरा में जिस तरीके से जहरीली शराब का उत्पादन हो रहा है और लोग मर रहे हैं. यह दिखाता है कि ऐसे जितने भी असामाजिक तत्व हैं उनके मन से प्रशासन का भय निकल चुका है या फिर शासन-प्रशासन अपराधियों का साथ देती है.
बता दें कि लोजपा रामविलास सुप्रीमो चिराग पासवान अब अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं. क्षेत्र में लगभग हर एक कार्यक्रम में उनकी मौजूदगी रहती है. जहां से उन्हें बुलाया जा रहा है. जाहिर है चिराग पासवान को बाहर वालों के साथ-साथ अपने घर वालों से भी लड़ाई लड़नी है. शायद यही कारण है कि वो ज्यादा मेहनत के साथ हर मौके पर सरकार को भी घेरने का प्रयास करते दिख रहे हैं.
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