वैशाली: बिहार में जहरीली शराब पीने से संदिग्ध मौत (Suspected Death Due To Drinking Spurious Liquor) के मामले में जमुई सांसद चिराग पासवान (Jamui MP Chirag Paswan) ने सरकार को घेरा है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की समस्या यही है कि वह हकीकत को सुनना ही नहीं चाहते हैं. वह अपने आंख, कान, बंद कर लेते हैं.
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'पूरे प्रदेश में जिस तरीके से शराब का गिरोह खड़ा हो गया है, अब उसका निर्माण पंचायत स्तर पर हो रहा है. सबसे बड़ी बात यह है कि पहले प्रशासन इस बात को मानें तो, जब तक आप आंखे बंद करके खड़े रहेंगे, आपको लगेगा कि जमीन पर अपना सिर टिका लिया तो आंधी रुक जाएगी? नहीं रुकने वाली है, जब तक आप इस बात को मानेंगे नहीं. हमारे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी की समस्या यही है कि, वह हकीकत को सुनना ही नहीं चाहते. वह अपने आंख, कान बंद कर लेते हैं, जब हकीकत सामने आती है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को किसी भी पीड़ित परिवार से मिलते नहीं देखा. जब तक परिवारों के लोगों से मिलेंगे नहीं, पूछेंगे नहीं, तब तक कैसे पता चलेगा.' चिराग पासवान, सांसद
चिराग ने कहा कि अगर किसी ने जहरीली शराब पीया, तो दोष उसका नहीं है. दोषी वो लोग हैं जो शराब का निर्माण कर रहे हैं. अगर ये बात कबूलते तो मरने वाले लोगों का पोस्टमार्टम करवाते. उन्होंने कहा कि शासन प्रशासत तंत्र की सोच उनसे पड़े है कि, क्षेत्र में अगर किसी एक व्यक्ति की संदेह परिस्थिति में जान जा रही है तो पता भी लगाना जरूरी नहीं समझेंगे.
चिराग ने कहा कि शासन प्रशासन के पास कारण ही नहीं है मृत्यु का. क्योंकि पोस्टमार्टम कराना ही जरूरी नहीं समझा, क्योंकि पूरी प्रशासन इस घटना के ऊपर लीपापोती करना चाहते हैं. शराबबंदी कानून को लेकर देश भर में थू-थू हो रही है. ये बातें चिराग पासवान ने वैशाली के तिसिऔता थाना क्षेत्र में एक पीड़ित परिवार से मिलने के बाद कही. जहां हाल ही में तीन लोगों की संदिग्ध मौत हुई थी.
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