वैशाली: सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरा विश्व कोरोना महामारी से जूझ रहा है. कोरोना के नए वेरिएंट (new variants of corona) आ रहे हैं. कोरोना की तीसरी लहर (third wave of corona) की संभावना ने सब कुछ अस्त-व्यस्त कर दिया है. बिहार में भी रोजाना हजारों लोग कोरोना संक्रमित हो रहे हैं. इसी बीच वैशाली जि के राजद नेता ने अजीबोगरीब बयान दिया है. राष्ट्रीय जनता दल के आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष सुभाष निराला ने कहा है कि वह कोरोना को नहीं मानते हैं. यह घपला करने का प्रोपेगेंडा है. कोरोना 3 महीने बाद, 6 महीने बाद, 10 महीने बाद लौट कर आ जाता है. केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने इसे खेल-तमाशा की तरह बना कर रखा है.
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बुधवार को हाजीपुर में राजद आपदा प्रबंधन के प्रदेश उपाध्यक्ष सुभाष निराला ने कहा कि जब भी किसी राज्य में चुनाव होता है तो कोरोना वापस आ जाता है. बिहार में इस बार तो यह नाटक जैसा लग रहा है. जो सुरक्षा के घेरे में रहने वाले हैं, जिन्होंने अनाउंस किया है कि आप सुरक्षित रहें, वे ही कोरोना संक्रमित हो रहे हैं. वैशाली में डीएम, एसडीपीओ, एसडीओ सहित पटना के बड़े-बड़े नेता संक्रमित हो रहे हैं. इस बार डॉक्टर, प्रोफेसर, एसपी, नेता, मंत्री, डिप्टी सीएम भी संक्रमित हो रहे हैं.
सुभाष निराला ने आगे कहा कि यह पूरी लापरवाही का मामला है. जनता को सुधारने के पहले खुद सुधरना चाहिए. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी कोरोना संक्रमित हो गये. यह कोरोना वायरस पब्लिक को गुमराह करने के लिए है. मार्च का महीना आ रहा है. इसमें बजट-गजब में घपला करने के लिए यह सब किया जा रहा है. राजद नेता ने तो यहां तक दावा किया कि आम जनता कोरोना संक्रमित नहीं हो रही है. इसीलिए वह कोरोना को नहीं मानते हैं.
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बता दें कि कोरोना संक्रमण को लेकर बिहार स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जारी आंकड़े चिंताजनक हैं. आंकडों के मुताबिक प्रदेश में 10 दिनों में कोरोना संक्रमण की दर 3 प्रतिशत बढ़ी है. बिहार में कोरोना संक्रमण की रफ्तार अब लोगों को डराने लगी है. बिहार सरकार ने जांच की रफ्तार बढ़ाई है, तो संक्रमण दर में भी वृद्धि दर्ज की जा रही है. दूसरी ओर राजधानी पटना कोरोना का हॉट- स्पॉट बना हुआ है.
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक राज्य में एक जनवरी को 1.62 लाख नमूनों की जांच की गई थी, जिसमें 281 लोग संक्रमित पाए गए थे. राज्य में इस दिन संक्रमण की दर 0.17 प्रतिशत दर्ज की गई थी. दूसरी ओर, 10 जनवरी को 1.51 लाख नमूनों की जांच की गई थी और 4737 नए मरीजों की पहचान की गई. राज्य में संक्रमण की दर 3.13 प्रतिशत दर्ज की गई. इस तरह देखा जाय, तो पिछले 10 दिनों में संक्रमण की दर 3 फीसदी तक बढ़ गई है.
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