वैशाली: अतुल्य गंगा परिक्रमा यात्रा आज वैशाली की धरती हाजीपुर पहुंची. यह यात्रा सेना के रिटायर्ड फौजी भाईयों के द्वारा की जा रही हैं. इस परिक्रमा यात्रा को 32 बिहार बटालियन NCC और जिला प्रशासन की तरफ से जोरदार स्वागत किया गया.
अतुल्य गंगा यात्रा 16वें दिन हाजीपुर पहुंची
16 दिसंबर 2020 को प्रयागराज के समुद्रकूप से शुरु अतुल्य गंगा यात्रा 16वें दिन वैशाली जिला के हाजीपुर पहुंची. जहां बिहार सुधारात्मक प्रशासनिक संस्थान, हाजीपुर में 32 बिहार बटालियन NCC मुजफ्फरपुर की पूरी टीम और जिला प्रशासन की तरफ से जोरदार स्वागत किया गया. अतुल्य गंगा परिक्रमा में 20 से 30 सेवानिवृत्त सैनिक शामिल हैं जो स्वच्छ गंगा के लिए 6 हजार किलोमीटर की यात्रा पर निकल पड़े हैं. अतुल्य गंगा परिक्रमा प्रयागराज से शुरू होकर 8 महीने में वाराणसी, गाजीपुर, गंगासागर होते हुए गोमो जाएगी. फिर गोमो से वापस प्रयागराज पहुंचेगी.
"अतुल्य गंगा परिक्रमा का मुख्य उद्देश्य गंगा को स्वच्छ करना है. देश में नदियों और नदी पथ पर बसे समाज के सांस्कृतिक ताने बाने को समझना है. नेपाल के हिमालय क्षेत्र से आने वाली कोशी सहित कई नदियां गंगा को भरपूर पानी देती हैं. मुंडमाल परिक्रमा इन सभी नदियों से होते हुए गुजरेगी और यहां बसे लोगों से संवाद स्थापित कर सकेगी."- कर्नल मनोज केशरी
वृक्षमाल के तहत पौधारोपण
बहरहाल, अतुल्य गंगा मुंडमाल परिक्रमा वैदिक परंपरा को स्थापित करने की कोशिश कर रही है. साथ ही प्रदूषण फैलाने वाले नालों का सटीक आंकड़ा भी प्राप्त किया जा रहा है. वृक्षमाल की नई परिपाटी स्थापित करने का भी सपना है. वृक्षमाल के तहत यात्री हर जगह पौधारोपण करते चल रहे हैं. ये पौधे हैं- नीम, बरगद, पीपल, पाकड़ आदि ताकि बिहार की मुख्य समस्या यानी भूमि कटाव की दिशा में कुछ काम हो सके. ये पौधे ही भूमि कटाव रोकने में सक्षम हैं.