सुपौलः बिहार में सुपौल (Supaul) जिला मुख्यालय स्थित जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र में जिला पदाधिकारी महेंद्र कुमार ने चयनित पैक्स एवं व्यापार मंडल धान क्रय केंद्र पर धान खरीद की समीक्षा की. समीक्षा के दौरान डीएम ने सभी पैक्स अध्यक्ष, व्यापार मंडल अध्यक्ष एवं मिलर की समस्याओं को बारिकी से सुना.
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डीएम ने संबंधित अधिकारियों को उनके समस्याओं के निदान के लिए निर्देश दिया. डीएम ने कहा कि पिछले तीन वर्षों से जिले में बेहतर धान की खरीद हुई है. जिससे किसानों को लाभ हुआ है. इस वर्ष भी बेहतर तरीके से धान की खरीद हो, इसके लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं.
'इस वर्ष जिले में धान खरीद का लक्ष्य 95 हजार मीट्रिक टन रखा गया है. अक्टबूर माह में अधिक बारिश की वजह से धान की फसल को नुकसान पहुंचा है. जिसका सर्वे कृषि विभाग द्वारा कराया गया. इसी आधार पर लक्ष्य रखा गया है. हालांकि यह लक्ष्य सांकेतिक है. क्रय केंद्र पर यदि निबंधित किसान धान लेकर पहुंचते हैं तो उनका धान एमएसपी पर निश्चित रूप से खरीद किया जायेगा.' -महेंद्र कुमार, डीएम
जिलाधिकारी ने जिला प्रबंधक को निर्देश दिया कि समिति द्वारा चावल आपूर्ति के 03 दिनों के अंदर संबंधित समिति को भुगतान सुनिश्चित हो. गौरतलब है कि जिले के 181 पैक्स में से 153 पैक्स को धान अधिप्राप्ति का केंद्र बनाया गया है. वहीं 11 व्यापार मंडल में से 09 व्यापार मंडल को धान क्रय केंद्र घोषित किया गया है. जहां 01 नवंबर 2021 से 15 फरवरी 2022 तक धान क्रय किया जायेगा.
अब तक 147 पैक्स एवं 09 व्यापार मंडल पर धान खरीद प्रारंभ की गयी है. जहां 217 किसानों से 1300.523 एमटी धान की खरीद की गयी है. इस वर्ष 24 हजार 655 किसानों ने धान बेचने के लिये निबंधन कराया है. सरकार द्वारा साधारण धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1940 रुपये प्रति क्विंटल एवं ए ग्रेड धान का 1960 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है. जबकि खुले बाजार में धान की कीमत 1200 रुपये प्रति क्विंटल है. ऐसे में धान क्रय केंद्र पर धान बेचने पर किसानों को निश्चित रूप से मुनाफा मिल रहा है.
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