सुपौल: बिहार सरकार की उन्नयन योजना ने सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के सपनों में पंख लगा दिये हैं. सरकारी माध्यमिक स्कूलों में प्राईवेट स्कूलों की तर्ज पर स्मार्ट क्लासेज की शुरूआत की गई है. इसमें डिजिटल तरीके से बच्चों को पढ़ाया जायेगा. जिसके तहत जिले के बाबुजन गर्ल्स स्कूल में बुधवार को स्मार्ट क्लास का शुभारंभ विधान परिषद के कार्यकारी सभापति ने किया.
'अब सरकारी स्कूल के बच्चे देंगे प्राइवेट स्कूलों को टक्कर'
कार्यकारी सभापति ने कहा की शिक्षा का सबसे अधिक व्यवसायीकरण हुआ है. सरकारी स्कूलों के बच्चे पढ़ाई में पिछड़ने लगे, ऐसा नहीं है कि ये बच्चे मेधावी नहीं हैं. लेकिन प्राइवेट स्कूलों की हाइटेक व्यवस्था के सामने इनका मनोबल नीचे गिर जाता था. नई तकनीक के आने से इनका आत्मविश्वास डगमगाने लगता था. लेकिन अब सरकारी स्कूलों को भी हाईटेक किया जाने लगा है.
3106 माध्यमिक विद्यालय में स्मार्ट क्लास शुरू
सरकार की इस योजना के तहत अब पहले चरण में बिहार के 3106 माध्यमिक विद्यालय में स्मार्ट क्लास शुरू करने का फैसला लिया गया है. सुपौल के बाबुजन गर्ल्स स्कूल में बुधवार को इसका उद्घाटन भी कर दिया गया. बच्चे काफी खुश हैं. सरकार की ये योजना न सिर्फ बच्चों में गरीबी-अमीरी के खाई को कम करेगा, बल्कि अब सरकारी स्कूलों से भी बच्चे स्मार्ट क्लासेज के माध्यम से पढ़ कर बिहार का नाम रौशन करेंगे.
सभी विषयों की पढाई स्मार्ट क्लास के माध्यम से
बिहार में 3106 माध्यमिक विद्यालयों में बिहार सरकार 90 हजार रुपये खर्च कर स्मार्ट क्लास शुरु करने जा रही है. जिसके तहत माध्यमिक स्कूलों के बच्चें अब सभी विषयों की पढ़ाई स्मार्ट क्लास के माध्यम से करेंगे. विधान परिषद के कार्यकारी सभापति हारुण रशीद ने कहा कि सरकार की ये योजना सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए वरदान साबित होगी. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की ये योजना सफल हो और फिर से सरकारी स्कूलों से पढ़ कर कोई अब्दुल कलाम निकले.