सुपौल: बिहार पुलिस को शर्मासार कर देने वाला बड़ा मामला सामने आया है. पूर्व सीएम जगन्नाथ मिश्रा के अंतिम संस्कार से पहले दिए जा रहे गार्ड ऑफ ऑनर में वहां मौजूद बिहार पुलिस के सभी 22 जवानों की राइफल्स फेल हो गईं. पुलिस के जवानों ने पूर्व सीएम को राजकीय सलामी देने के लिए हवा में बंदूकें तो उठाईं लेकिन उनकी सारी बंदूकों से गोली नहीं निकली.
बिहार के पूर्व सीएम जगन्नाथ मिश्रा की सुपौल में उनके पैतृक गांव में अंत्येष्टि हो रही थी. इस दौरान पूर्व सीएम को पूरे राजकीय सम्मान के साथ 22 बंदूकों की सलामी दी जानी थी. सभी जवानों ने कतारबद्ध होकर जैसे ही हवा में बंदूकें तानी, उनकी राइफल्स फुस्स हो गईं.
सीएम नीतीश भी थे मौजूद
बिहार पुलिस की किरकरी कराने वाला ये पूरा घटनाक्रम वहां मौजूद सीएम नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय समेत विधानसभा अध्यक्ष के सामने घटा. इस पूरे मामले में राजद विधायक ने जांच की मांग की है. पिपरा के राजद विधायक यदुवंश कुमार यादव ने कहा कि बिहार पुलिस के इस कारनामे से पूर्व सीएम का अपमान हुआ है. उन्होंने कहा कि बंदूकों में नकली गोली होंगी. इसके कारण फायर नहीं हो सका.
बलूआ में हुआ अंतिम संस्कार
82 वर्ष के डॉ. जगन्नाथ मिश्र का निधन सोमवार को हो हुआ था. मंगलवार को उनका पार्थिव शरीर उनके पटना में शास्त्री नगर स्थित आवास पर रखा गया था. यहां लोगों ने बड़ी संख्या में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की थी. वहीं, बुधवार को उनके पैतृक गांव सुपौल के बलुआ में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. जगन्नाथ मिश्रा की गिनती बिहार के कद्दावर नेताओं में होती थी. वो तीन बार बिहार के सीएम रहे थे, साथ ही केंद्रीय मंत्रिमंडल में भी मंत्री का पद संभाल चुके थे. उनके निधन के बाद तीन दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई थी.