सुपौल: जिले में पुलिस ने वैज्ञानिक अनुसंधान के आधार पर बाइक लूट कांड का खुलासा किया है. पुलिस ने लूट की बाइक और मोबाइल फोन के साथ 4 अपराधी को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने लूट कांड के इस गिरोह को भी ध्वस्त कर दिया, जो पुलिस के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है.
21 जून को वारदात को दिया था अंजाम
एसएसपी मनोज कुमार ने बताया कि 21 जून की रात सदर थाना क्षेत्र के लौकहा निवासी हरेराम यादव की बाइक, 7 हजार नगद और मोबाइल फोन 06 अपराधियों ने हथियार का भय दिखा कर लूट लिया था. वारदात को पिपरा थाना क्षेत्र के रामनगर गांव के समीप अंजाम दिया गया था. घटना की गंभीरता को देखते हुए सदर डीएसपी विद्यासागर के नेतृव में एक एसआइटी का गठन किया गया था.
डीएसपी के नेतृव में टीम के सदस्यों ने घटना में शामिल 6 अपराधी की पहचान कर ली गई. इसके बाद अपराधी के संभवित ठिकाने पर छापेमारी की गई. इस क्रम में पिपरा थाना क्षेत्र के रामपुर गांव से संजीत कुमार को लूट की बाइक के साथ गिरफ्तार किया गया. इस गिरफ्तार आरोपी के निशानदेही पर घटना में शामिल इसी गांव के इंजीनियरिंग का छात्र नंदन कुमार को गिरफ्तार किया गया. साथ ही त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र के श्यामनगर पकड़ी गांव से रूपेश और विकास को गिरफ्तार किया गया. जिन्होंने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है.
गिरोह के 4 सदस्य गिरफ्तार
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गिरफ्तार अपराधी 18 से 21 वर्ष की आयु का है. जो एक गिरोह बना कर लूट की वारदात को अंजाम देने की योजना बनाता था. लेकिन पहली ही घटना में पुलिस ने गिरोह के 4 सदस्य को गिरफ्तार कर लिया. बताया कि इस घटना को अंजाम देने वाला 2 फरार अपराधी की भी पहचान कर ली गई. उसे भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
एसआइटी दल के सभी सदस्यों को किया जाएगा पुरस्कृत
एसएसपी ने बताया कि दल में शामिल सभी सदस्यों को इस कार्य के लिए पुरस्कार दिया जाएगा. दल में डीएसपी के आलावे चार पुलिस अवर निरीक्षक, 02 सहायक अवर निरीक्षक एवं पुलिस बल शामिल थे. जिन्होंने इस मामले का उद्भेदन किया.