सिवान: बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के गृह जिले सिवान में स्वास्थ्य विभाग की घोर लापरवाही का (Negligence of Health Department In Siwan)मामला सामने आया है. जहां बसंतपुर पीएचसी में चतुर्थवर्गीय कर्मचारी (Viral Picture Of Sterilization In Siwan) द्वारा बंध्याकरण ऑपरेशन करते हुए तस्वीर वायरल हुआ है. जिसके बाद से पूरे जिले के स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है. अभी हाल में ही सीएम के जनता दरबार में सिविल सर्जन के खिलाफ शिकायत का मामला शांत भी नहीं हुआ था और ऐसे में फिर से डॉक्टर की जगह हेल्पर द्वारा बंध्याकरण करने की तस्वीर वायरल होने से स्वास्थ्य विभाग की एक और लापरवाही उजागर हुई है.
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बता दें कि सिवान के बसंतपुर पीएचसी में महिलाओं का बंध्याकरण डॉक्टर के बदले एक चतुर्थवर्गीय कर्मी (हेल्पर) पर करने का आरोप लगाया गया है. आरोपी हेल्पर चंदन कुमार बताया जा रहा है. जब कि बंध्याकरण ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर को करना चाहिए लेकिन वह लोग अपनी निजी क्लिनिक चलाने में व्यस्त हैं. ऐसे में आप अंदाजा लगा सकते हैं कि भगवान भरोसे ही बसंतपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में महिलाओं का बंध्याकरण हो रहा है. ऐसे में कोई बड़ी घटना हुई तो इसका जिम्मेवार कौन होगा? वहीं सदर अस्पताल सिवान भी कई मामलों को लेकर काफी चर्चा में है.
दरअसल, सिवान के सिविल सर्जन यदुवंश शर्मा के कार्यकाल में कई चौंकाने वाले मामले सामने आई है. सदर अस्पताल के पुरुष वार्ड के बेड पर कुत्तों के सोने का मामला, अवैध अल्ट्रासाउंड चलाने वालों से गिफ्ट में स्कॉर्पियो लेने का भी बड़ा आरोप सिविल सर्जन पर लगा है. हालांकि, जब सिविल सर्जन यदुवंश शर्मा से इस मामले में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि यह गलत है इस पर प्रभारी को जांच के लिए बोला जाएगा और अगर आरोप सिद्ध हुआ तो बिल्कुल कार्रवाई की जाएगी.
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