सिवानः बिहार के सिवान जिले के रीसौड़ा गांव गांव में एक साथ 53 घरों में ताला लटका हुआ है. इन घरों में रहने वाले 250 लोग एक साथ घरों मे ताला बंद कर गांव छोड़कर फरार हो गए (No Peoples Escaped In Murder Case In Siwan) हैं और पूरे गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है. 28 जून 2022 को पत्नी के सामने ही मैनेजर बस्फोर को बाइक से उतार कर सामूहिक हत्या के मामले में 53 लोगों को आरोपी बनाया गया है. पुलिस हत्या के मामले आरोपियों की तलाश में है. इसी बीच पुलिस से बचने के लिए सभी आरोपी परिवार के साथ गांव से पलायन कर गये हैं.
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60 -70 की संख्या लोगों ने किया था हमलाः मैनेजर बस्फोर अपनी पत्नी के साथ बाइक से घर वापस लौट रहे थे. तभी 60 -70 की संख्या में लोगों ने अपने ही गांव के पास बड़ी संख्या में लोगों ने लाठी डंडे से लैस होकर मेरे पति को घेर लिया और वहीं मारने पीटने लगे. मैनेजर बस्फोर की पत्नी कुसुम देवी ने बताया कि मार-पीट के दौरान जब मैने शोर मचाया तो वे लोग पति को गाड़ी में बैठाकर दूसरी जगह लेजाकर पीटने लगे. मौके से कुसुम देवी ने पुलिस को सूचना दी. जब पुलिस घटना स्थल पर पहुंची तो मैनेजर बस्फोर गंभीर रूप से घायल थे. पुलिस उसे लेकर महराजगंज अनुमंडल अस्पताल इलाज के लिए गई. अस्पताल में डॉक्टरों उसे मृत घोषित कर दिया था.
18 नामजद समेत 53 लोगों पर केसः वारदात के बाद मैनेजर बस्फोर की पत्नी कुसुम देवी ने 18 नामजद समेत 53 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. प्राथमिकी दर्ज होने साथ ही पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. गिरफ्तारी के डर से सभी आरोपी घर का ताला बंद कर परिवार के साथ फरार हो गये. गांव में दहशत का माहौल है.
मैनेजर बस्फोर की क्यों हुईः 14 जून को रीसौड़ा गांव के रहने वाले प्रदीप पटेल की गला दबाकर हत्या (Pradeep Patel Murder Case) कर दी गयी थी. ग्रामीणों के अनुसार प्रदीप पटेल की गाड़ी चोरी हुई थी, जब प्रदीप पटेल किसी शादी समारोह में गये तो देखा कि उसकी बाइक खड़ी है. बाइक की पहचान कर अपनी गाड़ी लेकर घर चला आया. इसके बाद सुबह होकर प्रदीप पटेल की लाश बरामद हुई थी. मामले में मृत मैनेजर बस्फोर आरोपी था. ग्रामीणों ने प्रदीर के हत्या के शक में मैनेजर बस्फोर पर हमला किया था.