सिवान (महराजगंज): बीएसएफ के जवानों के दौरा शहीद जवान का पार्थिक शरीर सोमवार को उनके पैतृक गांव महाराजगंज (Maharajganj) के देवरिया लाया गया. इसके बाद गार्ड ऑफ ऑनर (Guard Of Honour) के साथ गांव के ही देवरिया कब्रिस्तान में उनके पार्थिक शरीर को सपुर्दे ए खाक पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया.
यह भी पढ़ें- पंचतत्व में विलीन हुए शहीद कमल वैद्य, नम आंखों से लोगों ने दी अंतिम विदाई
जमाल अहमद झारखंड के हजारीबाग में सीमा सुरक्षा बल में टेलर का काम करते थे. वे पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे जिसके बाद उन्हें रांची के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनकी तबीयत खराब होने के बाद उनकी मृत्यु हो गई.
मृत्यु के बाद जब उनका पार्थिव शरीर पैतृक गांव देवरिया पहुंचा तो क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई और सभी लोगों की आंखें नम हो गई. मृतक के परिजनों का रो रो कर बुरा हाल था.
मृतक की 4 बेटियां हैं. बड़ी बेटी शाहीन परवीन की शादी 2014 में हुई थी. वहीं रजिया खातून 16 वर्ष, नसीमा खातून 14 वर्ष, शगुफ्ता खातून 12 वर्ष की है. शहीद जवान की तीन बेटियां अभी अविवाहित हैं.
यह भी पढ़ें- Patna News: कारगिल शहीद विष्णु राय के परिवार से किए सरकारी वादे निकले हवा हवाई
यह भी पढ़ें- सिवान में शहीद का पार्थिव शरीर आते ही नम हुई आंखें, भारत माता की जय के लगे नारे
यह भी पढ़ें- शहीद राजेन्द्र सिंह की पत्नी सुरेश देवी का निधन, राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई