सिवान: बिहार के सिवान दौरे पर पहुंचे जाप पार्टी अध्यक्ष पप्पू यादव ने जेडीयू और बीजेपी पर जमकर (Pappu Yadav In Siwan) निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बीजेपी नीतीश कुमार को 2024 तक तड़पा-तड़पा कर मारेगी और 2024 के बाद नीतीश कुमार को ऐसा निकालगी जिसका आप अंदाजा भी नहीं कर सकते. उन्होंने आरसीपी सिंह (Former Union Minister RCP Singh) और जदूय पार्टी के बीच चल रहे विवाद पर बोलते हुए कहा कि जदयू और बीजेपी के झगड़े के बीच में आरसीपी सिंह बलि का बकरा बनेंगे.
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पप्पू यादव का आरसीपी सिंह पर कटाक्ष: जाप सुप्रीमो ने आरसीपी सिंह (Pappu Yadav On RCP Singh) पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उनकी जैसी करनी वैसी भरनी होगी. आरसीपी सिंह के पास अगर इतना प्लॉट है (RCP Singh Property Dispute) तो फिर आप पब्लिक के गुनाहगार तो हो. उन्होंने कहा कि राजनीति पैसों और ऐशो आराम के लिए नहीं होती. आरसीपी सिंह साहब ने सीएम नीतीश कुमार के नाम पर जितना कमाए वो सारा पैसा अब बाहर निकलेगा. वे ही सरकारी विभागों में पोस्टिंग से लेकर ट्रांसफर के मालिक हुआ करते थे.
'14 साल की उम्र से खा रहा हूं लाठी': पप्पू यादव ने आगे कहा कि राजनीति 14 डिग्री में बैठकर करने के लिए नहीं होता, 46 डिग्री में लोगों के बीच आकर राजनीति होती हैं. 14 वर्ष की उम्र से लाठी खाकर राजनीति की शुरुआत किये और आज भी लाठी खाने, जेल जाने और मरने के लिए तैयार रहते है, इसी को राजनीति कहते हैं. उन्होंने कहा कि एक तरफ अपराधी, नेता, माफिया, पदाधिकारी का गठजोड़ है तो दूसरी तरफ मैं अकेला इन सबसे लड़ता आया हूँ और प्रतिदिन लड़ूंगा. जो इंसानियत के लिए खतरा है, उसके लिए मैं खतरा हूं.
क्या है आरसीपी सिंह संपत्ति विवाद : संपत्ति विवाद का मुद्दा उछलने पर आरसीपी सिंह ने जेडीयू की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. इससे पहले शनिवार को बिहार प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने आरसीपी सिंह को एक पत्र लिखा था. पत्र में कहा गया है कि नालंदा जिले के दो जेडीयू नेताओं ने सबूतों के साथ उनके खिलाफ शिकायत की. शिकायत में कहा गया कि आरसीपी सिंह ने उनके और उनके परिवार के नाम पर साल 2013 से 2022 के बीच अकूत अचल संपत्ति अर्जित की. इसमें कई तरह की गड़बड़ियां हैं. इस मामले में जेडीयू ने आरसीपी सिंह को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है. प्रदेशाध्यक्ष उमेश सिंह ने कहा कि वे जल्द से जल्द उनके और उनके परिवार से जुड़ी संपत्ति के मामले में अपनी राय स्पष्ट करें और पार्टी आलाकमान को इस बारे अवगत कराएं. हालांकि इस लेटर का बिना जवाब दिए ही आरसीपी सिंह ने अपना इस्तीफा भेज दिया है.
"आरसीपी सिंह का मामला बीजेपी-जदयू का आंतरिक मामला है. इसमें बीजेपी की भूमिका. बीजेपी और जदयू के लड़ाई में आरसीपी सिंह बलि का बकरा बनेंगे. और जैसा करनी वैसा भरनी, यदि इतनी प्रोपर्टी आरसीपी सिंह के पास है तो भाईया गुनाहगार तो हो आप पब्लिक के. राजनीति ऐशोआराम और पैसों के लिए नहीं होता" - पप्पू यादव, अध्यक्ष, जाप पार्टी