सिवान: जिले के लोग इस भीषण गर्मी में पानी की समस्या से परेशान हैं. वहीं. पानी के कारोबारी हर रोज जमीन से पानी का खूब सेवन कर रहे हैं. इससे जमीन का जलस्तर काफी नीचे चला गया है. लेकिन प्रशासन पानी कारोबारियों पर नकेल कसने में नाकाम है.
शहर में दर्जनों अवैध रूप से वाटर प्लांट चल रहे हैं. प्रशासन के बिना अनुमति के वाटर प्लांट कारोबार शहर में खूब फल- फूल रहा है. इससे जमीन का जलस्तर काफी नीचे चला गया है. इस वाटर प्लांट उद्योग में एक लीटर पानी साफ करने में लगभग 400 एमएल पानी की बर्बादी भी होती है. इसमें केमिकल का भी उपयोग किया जाता है.
प्रशासन को इसकी कोई सुध नहीं
इसको लेकर पीएचईडी विभाग के अधिकारी कहते हैं कि वाटर प्लांट किसी भी विभाग से एनओसी नहीं लेते हैं. इस तरह के फिल्टर प्रकिया में पानी प्रदूषित भी होता है. वाटर प्लांट कारोबारी प्रदूषित पानी को नाला में मिला देते हैं. इससे जमीन पर भी प्रभाव पड़ता है. जिला प्रशासन का इस समस्या की ओर न ही ध्यान है न ही कोई कार्रवाई कर रहा है.