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महिलाएं बनी 'कोरोना कमांडोज'! टोली बनाकर 24 घंटे कर रही गांव की पहरेदारी

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Published : May 4, 2020, 12:03 PM IST

महिलाओं ने गांव में किसी भी बाहरी व्यक्ति के आने-जाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है. अगर कोई अनजान व्यक्ति किसी काम से या भूलवश गांव में आ जाता है, तो उसे गांव की महिलाएं खदेड़ कर गांव की सीमा से बाहर कर देती हैं.

कोरोना कमांडोज
कोरोना कमांडोज

सीतामढ़ी: पूरे देश समेत प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. इस संकट से निजात पाने के लिए सरकार लॉकडाउन की मियाद में विस्तार कर रही है. कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए कई गांव की सीमाएं बंद कर दी गई हैं. इसी क्रम में जिले के सौली गांव की महिलाओं ने गांव की सुरक्षा का कमान खुद संभाल लिया है. यहां बाहरी लोगों को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है. गांव के लोगों को भी बाहर जाने की मनाही है.

'अंजान लोगों को महिलाएं गांव से कर रही बाहर'
महिलाओं ने गांव में किसी भी बाहरी व्यक्ति के आने-जाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है. अगर कोई अनजान व्यक्ति किसी काम से या भूलवश गांव में आ जाता है, तो उसे गांव की महिलाएं खदेड़ कर गांव की सीमा से बाहर कर देती हैं. इस मामले पर गांव की महिला मिथिलेश देवी ने बताया कि कोरोना संक्रमण से गांव की सुरक्षा के लिए 10 महिलाओं की एक टोली बनाई गई है.

गांव में पहरा दे रही महिला
गांव में पहरा दे रही महिला

'गांव में किसी को आने के इजाजत नहीं'
सुरक्षा टोली में शामिल महिलाएं बारी-बारी से गांव की सड़कों, गलियों में बेवजह घूम रहे लोगों को वापस घर में भेज देती है. वहीं, किसी भी बाहरी व्यक्ति को देखने पर उसे फौरन गांव से बाहर भी निकाला जाता है. चाहे वह व्यक्ति किसी ग्रामीण का सगा-संबंधी हो या फिर कोई विक्रेता. गांव में किसी को भी आने के इजाजात नहीं दी जा रही है. लॉकडाउन का गांव में सख्ती से पालन किया जा रहा है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'लॉक डाउन उल्लंघन के कारण स्थिति हो रही बदतर'
गांव की सुरक्षा में तैनात महिलाओं ने बताया कि लापरवाही और लॉक डाउन उल्लंघन के कारण आज देश और जिले की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है. इसलिए अगर हम सब सतर्कता नहीं बरतेंगे तो यह महामारी और भी विकराल रूप ले सकता है. इसलिए हम लोगों ने खुद से गांव की सुरक्षा का जिम्मा उठाया है. गांव के मुख्य प्रवेश द्वार पर बांस से बैरिकेडिंग की गई है. महिलाएं गांव में बारी-बारी से पहरा दे रही हैं. किसी भी व्यक्ति का गांव में आना और गांव से बाहर जाना बंद है. इसमें हमें गांव के लोगों का पूरा सहयोग मिल रहा है. महिलाओं ने पूरे प्रदेश के लोगों से लॉकडाउन का पालन करने की अपील की.

गौरतलब है कि सीतामढ़ी जिले में अब तक 6 कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. जिसमें एक 45 वर्षीय कोरोना संक्रमित की मौत एनएमसीएच में हो चुकी है. बाकी पांच कोरोना पॉजिटिव मरीजों का इलाज जारी है.

सीतामढ़ी: पूरे देश समेत प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. इस संकट से निजात पाने के लिए सरकार लॉकडाउन की मियाद में विस्तार कर रही है. कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए कई गांव की सीमाएं बंद कर दी गई हैं. इसी क्रम में जिले के सौली गांव की महिलाओं ने गांव की सुरक्षा का कमान खुद संभाल लिया है. यहां बाहरी लोगों को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है. गांव के लोगों को भी बाहर जाने की मनाही है.

'अंजान लोगों को महिलाएं गांव से कर रही बाहर'
महिलाओं ने गांव में किसी भी बाहरी व्यक्ति के आने-जाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है. अगर कोई अनजान व्यक्ति किसी काम से या भूलवश गांव में आ जाता है, तो उसे गांव की महिलाएं खदेड़ कर गांव की सीमा से बाहर कर देती हैं. इस मामले पर गांव की महिला मिथिलेश देवी ने बताया कि कोरोना संक्रमण से गांव की सुरक्षा के लिए 10 महिलाओं की एक टोली बनाई गई है.

गांव में पहरा दे रही महिला
गांव में पहरा दे रही महिला

'गांव में किसी को आने के इजाजत नहीं'
सुरक्षा टोली में शामिल महिलाएं बारी-बारी से गांव की सड़कों, गलियों में बेवजह घूम रहे लोगों को वापस घर में भेज देती है. वहीं, किसी भी बाहरी व्यक्ति को देखने पर उसे फौरन गांव से बाहर भी निकाला जाता है. चाहे वह व्यक्ति किसी ग्रामीण का सगा-संबंधी हो या फिर कोई विक्रेता. गांव में किसी को भी आने के इजाजात नहीं दी जा रही है. लॉकडाउन का गांव में सख्ती से पालन किया जा रहा है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'लॉक डाउन उल्लंघन के कारण स्थिति हो रही बदतर'
गांव की सुरक्षा में तैनात महिलाओं ने बताया कि लापरवाही और लॉक डाउन उल्लंघन के कारण आज देश और जिले की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है. इसलिए अगर हम सब सतर्कता नहीं बरतेंगे तो यह महामारी और भी विकराल रूप ले सकता है. इसलिए हम लोगों ने खुद से गांव की सुरक्षा का जिम्मा उठाया है. गांव के मुख्य प्रवेश द्वार पर बांस से बैरिकेडिंग की गई है. महिलाएं गांव में बारी-बारी से पहरा दे रही हैं. किसी भी व्यक्ति का गांव में आना और गांव से बाहर जाना बंद है. इसमें हमें गांव के लोगों का पूरा सहयोग मिल रहा है. महिलाओं ने पूरे प्रदेश के लोगों से लॉकडाउन का पालन करने की अपील की.

गौरतलब है कि सीतामढ़ी जिले में अब तक 6 कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. जिसमें एक 45 वर्षीय कोरोना संक्रमित की मौत एनएमसीएच में हो चुकी है. बाकी पांच कोरोना पॉजिटिव मरीजों का इलाज जारी है.

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