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सीतामढ़ी में आत्मनिर्भर बन रही हैं महिलाएं, सिलाई-कढ़ाई के प्रशिक्षण ने बदली जिंदगी

सीतामढ़ी में महिलाओं को आत्मनिर्भर (Self Reliance Women in Sitamarhi) बनाने के लिए खास प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इससे गरीब तबके की महिलाओं के जीवन स्तर में काफी सुधार देखने को मिल रहा है. आगे पढ़ें पूरी खबर...

सीतामढ़ी में महिला सशक्तिकरण
सीतामढ़ी में महिला सशक्तिकरण
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Published : Dec 21, 2022, 8:11 AM IST

सीतामढ़ी में महिलाओं को सिलाई-कढ़ाई का प्रशिक्षण

सीतामढ़ी: बिहार के सीतामढ़ी में महिला सशक्तिकरण (Women Empowerment in Sitamarhi) पर जोर दिया जा रहा है. महिलाओं को विशेष आरक्षण भी पंचायती राज व्यवस्था में दिया गया है. अब सरकार इसी पंचायती राज व्यवस्था के जरिए गरीब तबके की महिलाओं के जीवन स्तर में सुधार को लेकर उन्हें विभिन्न रोजगार से जोड़ने का काम किया जा रहा है. सीतामढ़ी के डुमरा प्रखंड के भाषर मछहा उत्तरी पंचायत में महिलाओं को गरीबी उन्मूलन अभियान के तहत विशेष प्रशिक्षण देने का काम किया जा रहा है.

पढ़ें-मसौढ़ी में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सीएलएफ का हुआ गठन



महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने की पहल: डुमरा प्रखंड के भाषर मछहा उत्तरी पंचायत में जीविका दीदियों की मदद से यह प्रशिक्षण महिलाओं को दिया जा रहा है. इससे उन्हें सिलाई-कटाई में निपुण करके स्वरोजगार से जोड़ने की दिशा में बेहतर प्रयास किया जा रहा है. इस पंचायत में महिलाओं को प्रशिक्षण देने के बाद जीविका दीदी की मदद से रोजगार भी उपलब्ध कराया जाएगा. इस दिशा में पंचायत और जिला प्रशासन के स्तर से बेहतर पहल को लेकर महिलाओं में खुशी देखी जा रही है.



दूसरी पंचायत की महिला भी ले रही है प्रशिक्षण: मौके पर पंचायत के मुखिया अजीत कुमार ने कहा कि महिलाएं भी अब पुरुषों से कम नहीं है. महिलाएं भी अब काम को लेकर सजग हो गई है. मुखिया का कहना है कि प्रशिक्षण को लेकर आसपास के पंचायत से भी सैकड़ों की संख्या में महिला प्रशिक्षण केंद्र पर आ रही है. सभी महिलाओं को प्रशिक्षित भी किया जा रहा है ताकि वह स्वरोजगार के माध्यम से स्वाबलंबी बने. मुखिया ने कहा कि प्रशिक्षण के कार्य में सरकार और जिला प्रशासन भी सहयोग कर रहा है. वहीं इसको लेकर महिलाओं के बीच जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है.

"महिलाएं भी अब पुरुषों से कम नहीं है. महिलाएं भी अब काम को लेकर सजग हो गई है. प्रशिक्षण को लेकर आसपास के पंचायत से भी सैकड़ों की संख्या में महिला प्रशिक्षण केंद्र पर आ रही है. सभी महिलाओं को प्रशिक्षित भी किया जा रहा है ताकि वह स्वरोजगार के माध्यम से स्वाबलंबी बने. प्रशिक्षण के कार्य में सरकार और जिला प्रशासन भी सहयोग कर रहा है."-अजीत कुमार, मुखिया

पढ़ें-गया की पूजा ऐसे बनी आत्मनिर्भर: दो गायों से शुरू किया दूध का कारोबार, अब सालाना लाखों की कमायी

सीतामढ़ी में महिलाओं को सिलाई-कढ़ाई का प्रशिक्षण

सीतामढ़ी: बिहार के सीतामढ़ी में महिला सशक्तिकरण (Women Empowerment in Sitamarhi) पर जोर दिया जा रहा है. महिलाओं को विशेष आरक्षण भी पंचायती राज व्यवस्था में दिया गया है. अब सरकार इसी पंचायती राज व्यवस्था के जरिए गरीब तबके की महिलाओं के जीवन स्तर में सुधार को लेकर उन्हें विभिन्न रोजगार से जोड़ने का काम किया जा रहा है. सीतामढ़ी के डुमरा प्रखंड के भाषर मछहा उत्तरी पंचायत में महिलाओं को गरीबी उन्मूलन अभियान के तहत विशेष प्रशिक्षण देने का काम किया जा रहा है.

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महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने की पहल: डुमरा प्रखंड के भाषर मछहा उत्तरी पंचायत में जीविका दीदियों की मदद से यह प्रशिक्षण महिलाओं को दिया जा रहा है. इससे उन्हें सिलाई-कटाई में निपुण करके स्वरोजगार से जोड़ने की दिशा में बेहतर प्रयास किया जा रहा है. इस पंचायत में महिलाओं को प्रशिक्षण देने के बाद जीविका दीदी की मदद से रोजगार भी उपलब्ध कराया जाएगा. इस दिशा में पंचायत और जिला प्रशासन के स्तर से बेहतर पहल को लेकर महिलाओं में खुशी देखी जा रही है.



दूसरी पंचायत की महिला भी ले रही है प्रशिक्षण: मौके पर पंचायत के मुखिया अजीत कुमार ने कहा कि महिलाएं भी अब पुरुषों से कम नहीं है. महिलाएं भी अब काम को लेकर सजग हो गई है. मुखिया का कहना है कि प्रशिक्षण को लेकर आसपास के पंचायत से भी सैकड़ों की संख्या में महिला प्रशिक्षण केंद्र पर आ रही है. सभी महिलाओं को प्रशिक्षित भी किया जा रहा है ताकि वह स्वरोजगार के माध्यम से स्वाबलंबी बने. मुखिया ने कहा कि प्रशिक्षण के कार्य में सरकार और जिला प्रशासन भी सहयोग कर रहा है. वहीं इसको लेकर महिलाओं के बीच जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है.

"महिलाएं भी अब पुरुषों से कम नहीं है. महिलाएं भी अब काम को लेकर सजग हो गई है. प्रशिक्षण को लेकर आसपास के पंचायत से भी सैकड़ों की संख्या में महिला प्रशिक्षण केंद्र पर आ रही है. सभी महिलाओं को प्रशिक्षित भी किया जा रहा है ताकि वह स्वरोजगार के माध्यम से स्वाबलंबी बने. प्रशिक्षण के कार्य में सरकार और जिला प्रशासन भी सहयोग कर रहा है."-अजीत कुमार, मुखिया

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