सीतामढ़ी : जनसुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने BPSC बिहार शिक्षक भर्ती के नियुक्ति पत्र पर सवाल उठाये हैं. उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार और महागठबंधन की सरकार सालभर में सरकारी नौकरी दे दे तो मैं उनके समर्थन में इस अभियान को वापस ले लूंगा. इतना ही नहीं उनका झंडा लेकर घूमेंगे. महागठबंधन वालों ने जिस 10 लाख नौकरी के बारे में कहा था उस बात को सालभर हो गए.
''मुझे ये बता दीजिए पत्रकार होने के नाते कि बिहार में 10 लाख के मुकाबले कितने लोगों को नौकरी मिल गई? विज्ञप्ति जारी होना, नौकरी के लिए परीक्षा होना, नौकरी मिलना नहीं है. हम आपको हजारों लड़कों से मिला सकते हैं जो पिछले 5 सालों से एडमिट कार्ड लेकर, परीक्षा देकर घूम रहे हैं. प्रश्न-पत्र लीक हो गया, कोई कोर्ट में चला गया. पर अब तक उनकी नियुक्ति नहीं हुई. जब नियुक्ति हो जाए तब बात कीजिएगा.'' - प्रशांत किशोर, सूत्रधार, जनसुराज
'एक साल में 10 लाख का वादा, 2 लाख भी नौकरी नहीं दी' : सीतामढ़ी मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि BPSC के द्वारा ये जो शिक्षक नियुक्ति की बात कर रहे हैं, उसमें मेरा आपको आग्रह होगा कि नियुक्ति के बाद मुझसे जरूर मिल लीजिएगा. मैं आपको तब बताऊंगा कि बिहार के कितने बच्चों को नौकरी मिली? पूरे देश के लिए ये ओपेन व्यवस्था थी. आप नाम आने दीजिए, आपको पता चल जाएगा कि बिहार के कितने बच्चों को नौकरी मिली. पिछले साल उन्होंने 10 लाख कहा था. अब तक उन्होंने 2 लाख भी नौकरी नहीं दी है. इंतजार कीजिए आपको पता चल जाएगा बिहार के बच्चों को क्या मिला क्या नहीं.
''नीतीश कुमार को 2 नवंबर को गांधी मैदान में BPSC में चयनितों को नियुक्ति पत्र सौंपने दीजिए, पता चल जाएगा बिहार के कितने लड़कों को सरकारी नौकरी मिली'' - प्रशांत किशोर, सूत्रधार, जनसुराज
सीतामढ़ी में जनसुराज पदयात्रा : बता दें कि गुरुवार को प्रशांत किशोर ने बथनाहा के बोखराहा से पदयात्रा शुरू कर बखरी पंचायत के मधुबनी टोला, टेदिहिया, बखरी, गोवर्धनपुर, चांदपुरा, बैराहा होते हुए कमलदह पहुँचे. इस दौरान कुल 12.5 किलोमीटर तक चले.