सीतामढ़ी: लॉकडाउन में कालाबाजारी करने वाले दुकानदारों को जिला प्रशासन बख्शने के मूड में नहीं है. अधिकारियों की ओर से लगातार कड़े कदम उठाए जा रहे हैं. बार-बार मिल रही शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए प्रशासनिक अधिकारी दुकानों पर छापेमारी कर रहे हैं. इस क्रम में रुन्नीसैदपुर इलाके के एक दुकान को सील किया गया है.
दरअसल, कोरोना वायरस को लेकर सरकार ने पूरे देश में लॉकडाउन कर दिया है. ऐसे में लोगों के सामने खाने-पीने का संकट आन पड़ा है. केंद्र सरकार ने गरीबों को 3 महीने का अनाज मुफ्त में देने की घोषणा की है. जिले में डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा की पहल के बाद 1 महीने का राशन गरीब मजदूरों को मुफ्त में दिया जा रहा है. लेकिन, जिले के कुछ पीडीएस दुकानदार इन अनाजों की कालाबाजारी करने में लगे हैं.
सदर एसडीओ ने दी जानकारी
सदर एसडीओ कुमार गौरव ने बताया कि रुन्नीसैदपुर पीडीएस दुकान के खिलाफ जिला प्रशासन को शिकायत मिली थी कि दुकानदार गरीब मजदूरों का हक मार रहा है और कम अनाज दे रहा है. इसके बाद विभाग ने एक्शन लिया और शनिवार को प्रखंड क्षेत्र के 4 जनवितरण प्रणाली विक्रेताओं के दुकानों की जांच की. जिसमें यह दुकानदार दोषी पाया गया.
सील हुई पीडीएस की दुकान
बता दें कि जांच के दौरान रुन्नीसैदपुर उत्तरी पंचायत की मुखिया संज्ञान देवी के पुत्र आलोक कुमार के दुकानों की जांच की गई. जिनमें काफी अनियमितता दिखी. इसके मद्देनजर एसडीओ सदर कुमार गौरव ने तत्काल आपूर्ति पदाधिकारी रजनीश कुमार को दुकान को सील करने का निर्देश दिया. एसडीओ कुमार गौरव ने कहा कि यदि कोई भी डीलर माप-तौल में कमी, निर्धारित मूल्य से अधिक राशि लेता है तो उसका लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा. मौके पर बीडीओ धनजंय कुमार, सीओ अश्वनी कुमार सिंह, एमओ रजनीश कुमार, थानाध्यक्ष देवेन्द्र प्रसाद सिंह स्थानीय पंचायत सचिब मैथुर राम, सहित कई कर्मी मौजूद रहे.