सीतामढ़ी: कोरोना संक्रमण को लेकर जारी लॉकडाउन के कारण कई सामाजिक परंपराओं में बदलाव देखा जा रहा है. एक व्यक्ति ने सामाजिक दूरी बनाए रखने को लेकर अपनी पत्नी का श्राद्ध भोज ना कर गरीब और जरूरतमंदों के बीच दान पुण्य कर आर्थिक सहायता प्रदान किया है जो क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है. अमेरिका में रह रहे मृतक महिला के पुत्र के सुझाव पर परिजनों ने ऐसा निर्णय लिया ताकि इस वैश्विक आपदा में समाज को सुरक्षित रखा जा सके. साथ ही दीन-दुखियों, गरीबों और जरूरतमंदों को आर्थिक सहायता प्रदान की जा सके.
गणेश साह ने शुरू की अनूठी पहल
लॉकडाउन के कारण शारीरिक दूरी बनाये रखने के उद्देश्य से भंडारी गांव के सेवानिवृत्त बैंक कर्मी गणेश साह ने अनूठी पहल की है. उन्होंने अपनी पत्नी रामदुलारी देवी के श्राद्ध कर्म पर भोज करने के बदले विकलांगो, वृद्ध और असहाय लोगों को आर्थिक मदद देकर उनके चेहरे पर मुस्कान बिखेर दिया. लॉकडाउन में आर्थिक संकट से जूझ रहे लोगों को मिली सहायता से काफी राहत और सुकून मिला है. उन्होंने विकलांग एतवरिया देवी, बच्ची देवी, सुदामा कुमारी, गौतम कुमार, रेशमी देवी, सीताराम मखिया, राजू महतो सहित दो सौ विधवा, वृद्ध व असहाय लोगो को सम्मानपूर्वक आर्थिक मदद दिया.
पुत्र ने दिया सुझाव
गणेश साह ने बताया कि इस कार्य की प्रेरणा उन्हें अपने पुत्र संजय कुमार उर्फ पप्पू से मिली. संजय अमेरिका में अभियंता के पद पर कार्यरत है. कोरोना वायरस के कारण इस मौके पर वह घर नहीं आ सका. इस कार्य मे ग्रामीण गणेश भंडारी, तपेश्वर शुक्ल, लक्ष्मीनारायण सिंह और सुजीत कुमार ने सहयोग किया.