सीतामढ़ी: जिले से एक दिल को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है. दरअसल, एक मां ने अपने नवजात को जन्म देकर उसे लावारिस छोड़ दिया. मां ने नवजात को रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या 4 के रेल ट्रैक पर फेंक दिया. रोते-बिलखते नवजात को जीआरपी के जवानों ने उठाया और इसकी सूचना चाइल्ड लाइन को दी.चाइल्ड
लाइन कर्मी की मदद से नवजात को सदर अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया है. फिलहाल, बीमार नवजात जीवन और मौत के बीच झूल रहा है. नवजात का इलाज कर रहे डॉक्टर का कहना है कि शारीरिक विकृति के कारण बच्चा जीवन से संघर्ष कर रहा है.
इस बीमारी से जूझ रहा है बच्चा
डॉक्टर ने कहा कि फोलिक एसिड डिफिशिएंसी के कारण नवजात के कई शारीरिक अंग विकृत हो गए हैं. मस्तिष्क के विकासित नहीं होने के कारण मुंह की आकृति अन्य नवजात से अलग और भयावह दिख रहा है. साथ ही उसके हाथ, तालू, आंख और अन्य अंगों का विकास भी सामान्य नवजात की तरह नहीं हो पाया है.
डॉक्टर जता रहे यह आशंका
मिली जानकारी के मुताबिक बच्चे के शरीर में इन्फेक्शन भी काफी हो चुका है. आशंका जताई जा रही है कि इसी वजह से मां ने नवजात को फेंक दिया होगा. फिलहाल, नवजात को बेहतर इलाज के लिए एसकेएमसीएच रेफर किया जाएगा.
11 हजार में से 1 बच्चे में होती है ऐसी विकृति
डॉक्टर्स का कहना है कि इस तरह की विकृति 11 हजार बच्चों में से किसी एक बच्चे में पाई जाती है. जिसका इलाज काफी महंगा भी है. अगर जन्म देने वाली मां गर्भावस्था में ही समय-समय पर अल्ट्रासाउंड और अन्य जांच कराए तो इस विकृति का पता पहले ही लग जाता है, जिसका उपचार किया जाता है.