सीतामढ़ी: बिहार के सीतामढ़ी में नवजात बच्चे की मौत (Newborn child died in Sitamarhi) हो गई. घटना डुमरा पीएचसी की है. जहां शुक्रवार की सुबह करीब 9 बजे एक महिला को प्रसव पीड़ा होने पर डुमरा पीएचसी में प्रसव के लिए भर्ती कराया गया था. जहां डॉक्टरों की ओर से कहा गया कि अभी इसके प्रसव में समय है. भर्ती कराकर महिला की दवा और सूई चलाई जा रही थी. परिजनों ने आरोप लगाया कि शाम छह बजे तक कोई भी डॉक्टर बच्चे को देखने नहीं आया.
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शिकायत करने पर कराया प्रसव: बताया जा रहा है कि जब परिजनों ने शिकायत किया तब जाकर शाम को करीब 6 बजे महिला का प्रसव कराया गया. प्रसव के बाद डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया. जिसके बाद परिजन बच्चे को दफनाने चले गए, लेकिन वहां बच्चे की सांसे चल रही थी. परिजनों ने आनन-फानन बच्चे को शहर के निजी क्लीनिक में इलाज के लिए भर्ती कराया. जहां करीब एक घंटे तक उसका इलाज किया गया, हालांकि स्थिति गंभीर होने की वजह से बच्चे की मौत हो गई.
"निजी क्लीनिक के डॉक्टर ने बताया की बच्चे की सांस फंस रही है. हालांकि करीब एक घंटे तक उसका इलाज चला, फिर बच्चे को एक क्लीनिक में ले जाने को कहा गया. वहा पहुंचने में काफी देर होने की वजह से बच्चे की मौत हो गई."-उमेश कुमार, परिजन
परिजनों ने पीएचसी पर लगाया आरोप: निजी क्लीनिक से डिस्चार्ज होने के बाद परिजनों ने डुमरा पीएचसी पहुंचकर शव के साथ हंगामा किया. काफी देर रात तक हंगामे के बाद परिजनों को समझा बुझाकर शांत कराया गया. परिजनों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही की वजह से नवजात बच्चे की मौत हुई है. महिला को अगर सही समय पर देखा जाता तो बच्चे की जान बच सकती थी.
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