सीतामढ़ी: लॉकडाउन की वजह से लोगों को काफी परेशानी हो रही है. लोग अपने परिवार वालों से दूर हो गए हैं. वहीं, कोरोना के डर से बाहर से आ रहे प्रवासियों को ग्रामीण गांव में प्रवेश नहीं करने दे रहे हैं. इसी क्रम में मुंबई से सीतामढ़ी पहुंचे मजदूरों को लोगों ने गांव में नहीं आने दिया.
होम क्वॉरेंटाइन में रहने का आदेश
मुंबई के ठाणे से चल कर मजदूर अपने गृह जिला सीतामढ़ी के सुप्पी प्रखंड पहुंचे. मेडिकल जांच के बाद सभी को होम क्वॉरेंटाइन में रहने का आदेश मिला है. लेकिन जब ये लोग अपने गांव पहुंचे तो इन्हें गांव में प्रवेश नहीं करने दिया. जिसके कारण ये सभी मजदूर गांव से दूर दो दिनों से खुले आसमान के नीचे धूप और बारिश की मार झेल रहे हैं. वहीं प्रशासनिक महकमा भी इससे अनजान बना हुआ है.
रिश्तेदार नहीं कर रहे मदद
सोमवार देर रात आई तेज आंधी और पानी में इनका अस्थायी रुप से बना हुआ टेंट भी गिर गया. जहां सभी मजदूर रह रहे थे, उस खेत में भी पानी जमा हो गया है. वहीं श्रमिकों को जिला प्रशासन की तरफ से कोई मदद नहीं की जा रही है. ना ही उनके रिश्तेदार मदद कर रहे हैं.
जिला प्रशासन से मदद की उम्मीद
मुंबई से आए सभी श्रमिकों की अभी तक कोरोना वायरस की जांच नहीं हो पाई है. लगातार सभी श्रमिक जांच को लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जा रहे हैं. लेकिन अभी तक उनकी जांच नहीं हो पाई है. वहीं इन सभी मजदूरों को जिला प्रशासन से मदद की उम्मीद है.