सीतामढ़ी: मौसम में बदलाव के कारण फसलों की क्षति स्थिति को देखते हुए सरकार ने कृषि इनपुट अनुदान योजना का शुभारंभ किया था. लेकिन विभागीय उदासीनता की वजह से किसानों को आवेदन करने के बाद भी इस योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है. जिस वजह से जिले के पीड़ित किसानों में निराशा देखी जा रही है.
'2 महीने पहले किया था आवेदन'
इस मामले पर पीड़ित किसानों ने कहा कि बाढ़ और सुखाड़ क्षेत्रों के पीड़ित 91 हजार किसानों ने सरकारी सहायता राशि के लिए कृषि इनपुट अनुदान योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन जमा किया था. लेकिन आवेदन के 2 महीने बीतने के बाद भी अधिकांश किसानों को योजना की राशि नहीं मिल पाई है. हालांकि, विभाग ने खानापूर्ति करते हुए अलग-अलग प्रखंडों और पंचायतों के कुछ किसानों के खाते में योजना की राशि भेजी है. जो डूबते के लिए तिनके का सहारा साबित हो रहा है.
जल्द मिलेगा लाभ- कृषि अधिकारी
वहीं, इस मामले पर जब ईटीवी भारत संवाददाता ने जिला कृषि अधिकारी से सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि बाढ़ और सुखाड़ के बाद जिलेभर से 91 हजार किसानों ने योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन किया था. कुछ किसानों के खाते में राशि भेजी गई है. वहीं, वंचित किसानों के खाते में राशि भेजने के प्रक्रिया जारी है. इस योजना के माध्यम से सिंचित भूमि के लिए 13 हजार 500 और असिंचित भूमि के लिए 6 हजार 500 रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से अनुदान की राशि किसानों को दी जा रही है. उन्होंने अश्वासन दिया कि जल्द ही किसानों के खाते में अनुदान की राशि भेज दी जाएगी.