सीतामढ़ी: बिहार के सीतामढ़ी जिला पुलिस को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. पुलिस ने भारत-नेपाल की सीमा कन्हौली से जाली नोटों का कारोबार करने वाले एक गिरोह का खुलासा किया है. गिरोह के दो 2 सदस्य जाली नोट और नोट छापने की मशीन के साथ गिरफ्तार हुए (Two Arrested For Printing Fake Notes) हैं. मामले की पुष्टि करते हुए एसपी हर किशोर राय ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि जिले में जाली नोटों का कारोबार चल रहा है. गिरोह के सदस्य 75% असली नोटों के गड्डी में नकली नोट मिलाकर ठगी कर रहे थे.
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लाखों रुपये के नेपाली करेंसी बरामद: एसपी हर किशोर राय (SP Har Kishore Rai) ने बताया कि सूचना मिलते ही एक टीम का छापेमारी के लिए मौके पर भेजा गया. इस दौरान गिरोह के दो सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही एक हजार रुपये के 52 नेपाली नोटों की गड्डी को जब्त किया गया है. गड्डी के अंदर सादा नोट रखा था. वहीं नोट को प्रिंट करने वाली प्रिंटिंग मशीन और तीन प्रकार के केमिकल भी बरामद किए गए हैं. गिरफ्तार दोनों आरोपियों से पूछताछ चल रही है.
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सीमा पर नकली नोट का कारोबार: जानकारी के मुताबिक यह गिरोह भारत-नेपाल सीमा पर एक्टिव है.यहीं से नकली नोट का कारोबार चलाया जा रहा है. गिरफ्तारी दोनों आरोपियों की पहचान मेजरगंज थाना क्षेत्र के खेरवा महेंद्र तिवारी के पुत्र सुशील तिवारी और मेजरगंज थाना क्षेत्र के मेजरगंज वार्ड नंबर 9 निवासी मोहम्मद निजाम के पुत्र मोहम्मद आफताब आलम के रूप में हुई है. पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है. फिलहाल मामले की जांच चल रही है.