सीतामढ़ी: जिले में प्रेस दिवस के अवसर पर सोमवार को एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस आयोजन का विधिवत उद्घाटन जिलाधिकारी अभिलाषा कुमारी शर्मा, प्रेस क्लब के अध्यक्ष राकेश रंजन और जिला सूचना जनसंपर्क पदाधिकारी परिमल कुमार ने दीप प्रज्वलित कर किया. इस अवसर पर डीएम ने जिले के पत्रकारों को संबोधित करते हुए सभी को प्रेस दिवस की शुभकामनाएं और बधाई दी.
डीएम ने कहा कि प्रथम प्रेस आयोग ने भारत में प्रेस की स्वतंत्रता की रक्षा और पत्रकारिता में उच्च आदर्श कायम करने के उद्देश्य से एक प्रेस परिषद की कल्पना की थी. जिसके परिणामस्वरूप 4 जुलाई 1966 को भारत में प्रेस परिषद की स्थापना की गई. जिसने 16 नवंबर 1966 से अपना विधिवत कार्य शुरू किया. तब से लेकर आज तक प्रति वर्ष 16 नवंबर को राष्ट्रीय प्रेस दिवस मनाया जाता है. यह दिन भारत में एक स्वतंत्र और जिम्मेदार प्रेस की मौजूदगी का प्रतीक है.
कोरोना काल में मीडिया की संजीदा भूमिका सराहनीय
डीएम ने कहा कि कोरोना संकट के दौर में मीडिया की भूमिका सराहनीय रही है. कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के वक्त में सूचनाओं के प्रसारण, विश्लेषण और आयामों को लेकर जिस तरह की संजीदा भूमिका मीडिया ने अदा की है, वह अत्यंत ही प्रशंसनीय और सराहनीय है. मार्च माह से ही इस वैश्विक महामारी के दौरान मीडिया ने सूचना, शिक्षा और जागरूकता के मामले मे समाज के अहम और विश्वसनीय साझेदार की भूमिका निभाई है. ताकि देश के लोगों को इस संकट से उबरने में जागरूक किया जा सके और वे खुद को कोरोना संक्रमण से बचा सके.
मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका प्रशंसनीय
कोरोना काल में मीडिया की अहम भूमिका की सर्वत्र प्रशंसा की गई है. जब कोई भी मुश्किल की घड़ी सामने होती है तब लोगों को उसके पीछे के कारण, परिणाम और उससे बचाव की जानकारी की जरूरत होती है. ऐसे में लोगों की इन जरूरतों को पूरा करने की जिम्मेदारी मीडिया की होती है. कोरोना महामारी के वक्त में लोगों को मास्क पहनने, सामाजिक दूरी का पालन करने, हाथों को लगातार धोने, स्वस्थ जीवनशैली अपनाने और नियमित व्यायाम को अपने जीवन का हिस्सा बनाने के लिए प्रोत्साहित करने की दिशा में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका प्रशंसनीय है.
संकट के दौर में मीडिया मानवता का सच्चा पोषक
डीएम ने कहा कि मीडिया लॉकडाउन में कोरोना से जुड़ी पल-पल की खबरें लोगों के बीच पहुंचाती रही है. विश्वभर की खबरों से लेकर गांव के अंतिम छोर से जुड़ी तथ्यपूर्ण खबरों की रफ्तार कभी नहीं थमी. मीडिया द्वारा दिखाए जाने वाले कोरोना योद्धाओं के संघर्ष की कहानी हम सभी में देशभक्ति का जज्बा भर देती है और हमें, मैं और मेरा के सीमित दायरे से निकालकर मानवता की सेवा करना सिखा रही है. कोरोना संकट के इस दौर में मीडिया मानवता का सच्चा पोषक बनकर अपने सामाजिक सरोकार, जिम्मेदारियों के निर्वहन में अहम भूमिका अदा की है.