सीतामढ़ी: चिरैया के जान जाये और लईका के खेलौना... जी हां कुछ ऐसा ही नगर विधायक डॉ मिथिलीश कुमार के पहले और वर्तमान बयान को देखकर प्रतीत होता है. नए विधयाकी की जोश में इन्होंने मुख्यमंत्री और एसपी की तबादले की मांग कर दी. साथ ही युवा एसपी के पोस्टिंग की भी मांग कर दी. लेकिन जब आलाकमान की फटकार पड़ी तो विधायक ने अपना बयान और सीएम को लिखे पत्र को बदलने में भी देर नहीं की.
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एसपी के तबादले की मांग
बता दें की पिछले चार दिन पूर्व जिले में अपराधियों ने जमकर तांडव मचाया था. अपराधियों ने एक दारोगा सहित चार लोगों को मौत के घाट उतार दिया था. अपराधियों के बुलंद हौसले के आगे पुलिस बौनी बन गई. अपराधियो के बुलंद हौसले से कोहराम मच गया है. वहीं भाजपा विधायक डॉ मिथिलेश कुमार ने जिले के पुलिस कप्तान को अविलंब हटाने की मुख्यमंत्री से मांग की थी.
अपराध से क्षेत्र में दहशत
विधायक ने कहा है कि आए दिन की आपराधिक वारदातों से क्षेत्र की जनता दहशत में जी रही है. एक जिम्मेदार जनप्रतिनिधि के लिए यह चिंतनीय विषय है. एनडीए की सरकार में इस प्रकार की घटना और त्वरित कार्रवाई में शिथिलता चिंताजनक है. विधायक ने अपने पत्र में लिखा है कि इस विषय में पूर्व में भी मुख्यमंत्री से मिलकर अपील की गई थी.
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नगर विधायक व्यवसायियों को कर रहे गुमराह
विधायक का कहना है कि सीतामढ़ी सहित नेपाल की सीमा से सटे जिलों में युवा और गतिशील पुलिस कप्तान की नियुक्ति होनी चाहिए. विधायक ने यह पत्र शुक्रवार को तब लिखा जब शहर के सीमेंट-बालू व्यवसायी की हत्या के खिलाफ पूरा शहर बंद रहा. बताते चलें कि सीतामढ़ी के जदयू सांसद सुनील कुमार पिंटू भी एसपी को हटाने के लिए मुख्यमंत्री से मांग कर चुके हैं.