सीतामढ़ी: बिहार के सीतामढ़ी में सदर अस्पताल (Sitamarhi Sadar Hospital) में शनिवार यानी 4 फरवरी को एक बच्चे की मौत के बाद देर शाम परिजनों ने जमकर हंगामा कर दिया. दरअसल इलाज के लिए एक बच्चे को सीतामढ़ी सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जिसको खून की सख्त जरूरत थी. परिजनों का आरोप है कि खून चढ़ाने के बदले अस्पताल के कर्मी उनसे 10 हजार रुपए रिश्वत की मांग कर रहे थे और नहीं दिए जाने पर मरीज के परिजनों को धक्का देकर अस्पताल से बाहर कर दिए. जिस दौरान बच्चे की मौत हो गई.
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इलाज के दौरान बच्चे की मौत : मिली जानकारी के अनुसार बथनाहा थाना क्षेत्र के बथनाहा निवासी विश्वनाथ राम के 11 वर्षीय बच्चे मोनू की तबीयत खराब होने के बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बथनाहा के द्वारा उसे सीतामढ़ी सदर अस्पताल में रेफर कर दिया गया था. बच्चे को खून की जरूरत थी, सदर अस्पताल में इलाज चल रहा था. इसी बीच बच्चे की भी मौत हो गई. जिसके बाद आक्रोशित परिजनों ने सीतामढ़ी सदर अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया. अस्पताल प्रबंधक विजय चंद्र झा ने बताया कि मिशन सिक्सटी के तहत सदर अस्पताल से दलालों को खदेड़ दिया गया है और सदर अस्पताल में आम लोगों का बेहतर इलाज किया जा रहा है.
'मिशन 60 के तहत सदर अस्पताल में आम लोगों का बेहतर इलाज किया जा रहा है. अस्पताल से दलालों को खदेड़ दिया गया है. जिससे कि दलालों में आक्रोश है. पहले दलालों के द्वारा सदर अस्पताल से मरीजों को निजी क्लीनिक और निजी नर्सिंग होम में ले जाया जाता था. अब आम लोगों का इलाज सदर अस्पताल में ही हो रहा है जिससे निजी क्लीनिक और निजी नर्सिंग होम के लोग खफा है उन्हीं के द्वारा परिजनों को भड़का का 50 की संख्या में अस्पताल में आकर पथराव किया गया और अस्पताल के कर्मियों को जान से मारने की धमकी दे दी गई.' -
विजय चंद्र झा, अस्पताल प्रबंधक, सीतामढ़ी सदर अस्पताल
पुलिस और प्राइवेट वाहनों को किया गया क्षतिग्रस्त : बच्चे की मौत से गुस्साए परिजनों ने अस्पताल परिसर में पथराव कर दिया. जिसमें सब इंस्पेक्टर के घायल हो जाने की बात बताई जा रही है. इतना ही नहीं अस्पताल परिसर में पार्किंग में लगे कई वाहनों के शीशे भी इस घटना में क्षतिग्रस्त हो गए हैं. मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल के जवानों को तैनात किया गया है.