शेखपुरा: अरियरी प्रखंड के जंगली बीघा गांव में करंट की चपेट में आने से एक 22 वर्षीय किसान की मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक धान की रोपाई के लिए विद्युत पोल में टोका फंसा रहा किसान नंगे तार के संपर्क में आने से गंभीर रूप से घायल हो गया. जिसे स्थानीय लोगों की मदद से आनन-फानन में सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. घटना के बाद पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है.
राजद के प्रदेश महासचिव विजय सम्राट ने कहा कि बीते दो माह में शेखपुरा जिले के लगभग एक दर्जन किसानों की पटवन के दौरान करंट लगने से मौत हो गई है. इसका मुख्य कारण है कि ग्रामीण क्षेत्रों में अब तक बिजली विभाग द्वारा कवरिंग तारों को नहीं बिछाया गया है. जिसके कारण किसानों को बॉस-बल्ली के सहारे सबमर्सिबल के लिए अपने खेतों तक तार खींच कर लाना पड़ता है. जिससे अक्सर अनहोनी घटित होती रहती है. उन्होंने जिला प्रशासन से मुआवजे और जल्द से जल्द कवरिंग तार बिछाने की मांग की है.
खेत में पटवन कर रहे किसान की करंट से मौत
वहीं दूसरी घटना शेखोपुरसराय प्रखंड अंतर्गत ओनमा पंचायत के चमर बीघा गांव की है. जहां बिजली के करंट की चपेट में आने से 55 वर्षीय एक किसान की मौके पर ही मौत हो गई है. मृतक किसान की पहचान गांव के ही फेंकू यादव के रूप में की गई है. परिजनों ने बताया कि मृतक बुधवार कि देर शाम अपने खेत में पटवन के लिए गया था. उसी दौरान बिजली के करंट की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई. मृतक के 6 बच्चें है जिनका भरण पोषण खेती से ही होता था. ग्रामीणों ने कहा विद्युत विभाग की घोर लापरवाही के कारण ही किसान की मौत हुई है. उन्होंने पीड़ित परिवार के लिए सरकार से मुआवजा की मांग की है. वहीं, घटना की जानकारी मिलते ही ओनमा पंचायत के पैक्स अध्यक्ष रोशन कुमार ने पीड़ित परिवारों को सांत्वना देते हुए हर संभव मदद का भरोसा भी दिलाया है.
बांस-बल्ली के सहारे की जा रही बिजली आपूर्ति
बिजली की हालत में सुधार के दावे के बीच एक सच्चाई यह भी है कि प्रखंड के कई गांवों में आज भी बांस बल्ले के सहारे बिजली की आपूर्ति की जा रही है. ऐसे में तेज हवा चलने और अन्य कारणों से तार टूटने पर हमेशा हादसे की आशंका से लोग परेशान रहते हैं. पूर्व में राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना के तहत हर गांव में बिजली पहुंचाने की कवायद जरुर हुई, लेकिन इसकी गति इतनी सुस्त रही कि गई गांव बिजली से आज भी वंचित हैं. हालांकि अब इसमें तेजी लाने को लेकर विद्युतीकरण कार्य को निजी कंपनी के हाथों सौंपा गया है. जिले के कई गांवों में पोल तो गाड़ा गया, लेकिन विद्युतीकरण का कार्य अभी तक नहीं हो पाया है. जिसके कारण लोग टोका फंसाकर खेतों तक बॉस-बल्ली सहारे तार को ले गए हैं. जो अक्सर हादसों को निमंत्रण दे रहा है.
औरैया में तालाब में डूबने से युवक की मौत
वहीं एक अन्य घटना में जिले के मेहूंस थाना अंतर्गत औरैया गांव स्थित तालाब में एक युवक की लाश मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया है. मृत युवक की पहचान गांव के ही रामलगन प्रसाद के 25 वर्षीय पुत्र पवन कुमार के रूप में की गई है. बताया जाता है कि युवक मानसिक रूप से कमजोर था और बुधवार शाम से ही गायब था. काफी खोजबीन के बाद भी युवक का पता नहीं चल सका. जिसके बाद गुरुवार की दोपहर ग्रामीणों ने तालाब में युवक की लाश को तैरते देखा जिसके बाद उसे निकाला गया. वहीं, मौके पर पहुंचकर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा है.