शेखपुरा: राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के तहत सदर अस्पताल स्थित सिविल सर्जन कार्यालय के सभागार में सभी नोडल चिकित्सा पदाधिकारियों को तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया. जिसमें प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ कृष्ण मुरारी प्रसाद सिंह के द्वारा कुष्ठ रोग की जटिलता और उपचार के बारे में विस्तार से बताया गया.
जिले में कुल 58 कुष्ठ रोगियों का चल रहा इलाज
डॉ कृष्ण मुरारी प्रसाद ने इस दौरान कुष्ठ रोग के शरीर के अन्य अंगों पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव व उसके निदान के बारे में बताया. वहीं, कुष्ठ रोग प्रभारी प्रभारी ने बताया कि जिले में कुल 58 कुष्ठ रोगियों का इलाज किया जा रहा है. जिसमें 18 प्राइमरी स्टेज पर है और 40 गंभीर रोगी हैं. वहीं, 160 रोगी को विकलांगता प्रमाण पत्र दिया गया है. जिसे प्रति माह पेंशन के तौर 1500 रूपया उपलब्ध कराया जा रहा है.
102 लोगों को दिया गया सेल्फ केयर किट
डॉ कृष्ण ने बताया कि इस वर्ष 153 लोगों को एमसीआर चप्पल भी दिया गया है, जबकि 102 लोगों को सेल्फ केयर किट भी उपलब्ध कराया गया. इस कार्यक्रम में शेखपुरा पीएचसी के नोडल पदाधिकारी डॉ आरती कुमारी, चेवाड़ा से डॉ आरके नारायण, अरियरी से डॉ विनोद चौधरी, बरबीघा से डॉ रविरंजन प्रसाद, धाटकुसुम्भा डॉ नरेंद्र मोहन सिन्हा, शेखोपुरसराय से डॉ शिवम सोनाली और सदर अस्पताल को डॉ आशीष राजन कुमार उपस्थित थे.