शेखपुरा: जिले के बरबीघा में फर्जी तरीके से क्लिनिक चलाने वाले अरविंद कुमार को बरबीघा थाना की पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. 17 जनवरी को जिलाधिकारी के निर्देश पर बरबीघा के कई निजी क्लिनिकों पर छापामारी की गई थी और जांच की गई थी.
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यह क्लिनिक अवैध पाया गया था, जिसके बाद बरबीघा रेफरल अस्पताल के प्रशासनिक पदाधिकारी डॉ. फैसल अरशद के द्वारा बरबीघा थाना में मुकदमा दर्ज करते हुए तीन क्लिनिक संचालक को नामजद अभियुक्त बनाया गया. इसके बाद पुलिस ने एक क्लिनिक पर कार्रवाई करते हुए संचालक को गिरफ्तार किया है.
बिना डिग्री चला रहा था क्लिनिक
गौरतलब है कि अरविंद कुमार के पास मेडिकल की कोई डिग्री नहीं है. कुछ दिन तक इसने बरबीघा के एक क्लिनिक में कंपाउंडर के रूप में काम किया था. कुछ दिनों बाद उसने भवानी क्लिनिक के नाम से बरबीघा बाईपास रोड के फैजाबाद में एक नर्सिंग होम खोल लिया. इस क्लिनिक में कई तरह के ऑपरेशन भी कर रहा था.
काट दिया था महिला का आंत
अरविंद ने इसके बाद नारायणपुर के हनुमान नगर मोहल्ले में खुद का अपना आलीशान मकान बनाकर उसमें क्लिनिक चलाना शुरू कर दिया था. अरविंद कुमार ने कुछ दिन पहले अरियरी प्रखंड के वेंकटपुर की एक महिला का अपेंडिक्स का ऑपरेशन किया था और उसका आंत काट दिया था.
महिला को कुछ पैसे देकर मामला रफा-दफा करने का प्रयास किया गया, लेकिन बाद में जब मीडिया के सामने बातें आई तो दोबारा उस महिला को इलाज का खर्च देकर पटना भेजा गया. इसी प्रकार के कई मामले जिला प्रशासन को मिले थे. 17 जनवरी को जिलाधिकारी के निर्देश पर इसके क्लिनिक पर छापामारी की गई. भर्ती मरीजों ने अरविंद कुमार को ही डॉक्टर बताया, जिसके बाद कार्रवाई की गई.