शेखपुरा: बिहार के शेखपुरा में एक शख्स ने पत्नी और बेटे की हत्या (Man killed wife and son in sheikhpura) कर दी. उसने दोनों की हत्या कर उनके शवों को गंगा में फेंक दिया. एसपी ने बताया कि शेखपुरा नगर परिषद क्षेत्र अंतर्गत गिरिहिंडा मोहल्ला स्थित खैरी पोखर के स्थित ससुराल से गायब विवाहिता की गुत्थी सुलझ गई है. पुलिस ने खुलासा किया है कि अवैध संबंध से नाराज पति ने ही विवाहिता और चार महीने के बेटे की हत्या कर शव को गंगा नदी में फेंक दिया था. इस हत्याकांड में संलिप्त दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. मामला प्रेम विवाह के बाद अवैध संबंध को लेकर हत्या से जुड़ा हुआ है.
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अवैध संबंध में पत्नी और बेटे की हत्या: दरअसल, झारखंड के बोकारो निवासी मनोज कुमार यादव की बेटी दिव्या कुमारी का प्रेम संबंध गिरिहिंडा निवासी डॉ. नवल यादव के छोटे बेटे अश्वनी कुमार से था. दिव्या रिश्ते में अश्वनी के फुफेरा भाई गुड्डू यादव की साली थी. इस बीच डॉ. नवल के बड़े बेटे आशीष कुमार भी दिव्या के घर बोकारो जाने लगा. जिसके बाद दिव्या ने छोटे भाई को छोड़कर बड़े भाई से प्रेम विवाह रचा लिया, जो आशीष कुमार के पिता डॉ. नवल यादव को नागवार गुजरा. अपनी मर्जी से शादी और दहेज नहीं देने को लेकर पिता-पुत्र में अनबन हो गयी. जिसके बाद वह धनबाद में साइबर कैफे खोलकर अपनी पत्नी साथ रहने लगा. इस बीच दोनों पहले बेटी और फिर बेटे का माता-पिता बन गए.
पिता के उकसाने पर पत्नी-बच्चे का कत्ल: पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ससुराल वालों के खफा रहने से दिव्या गिरिहिंडा स्थित अपने ससुराल में नहीं रहती थी. सितंबर महीने में दिव्या के मायके वाले और अन्य रिश्तेदार ने पहल करते हुए ससुर डॉ. नवल से समझौता कराया और वह अपने पति आशीष और अपने बच्चो को लेकर गिरिहिंडा अपने ससुराल आकर रहने लगी. शादी के बाद भी दिव्या का अपने पति के पूर्व प्रेमी सह छोटे भाई अश्वनी से बात होती थी, इस बात का पता आशीष को चल गया. डॉ.नवल कुमार यादव द्वारा अवैध संबंध को लेकर आशीष कुमार को उकसाने के साथ ताना देते हुए अपने पक्ष में कर लिया और दिव्या की हत्या की एक योजना तैयार कर ली गयी.
डॉ.नवल यादव अपने घर पर ही क्लिनिक का संचालन करते हैं. योजना के तहत 13-14 अक्टूबर की रात बेहोश करने वाली दवा से दिव्या और उसके साथ सोये 4 माह के बेटे को बेहोश कर हत्या कर दी गयी. फिर लाश को गायब करने की नीयत से इंदाय मोहल्ला निवासी एम्बुलेंस चालक सह मालिक सीताराम चौधरी के पुत्र सुनील चौधरी की मदद से रात्रि में ही मुंगेर लेकर दोनों के शव को गंगा नदी में फेंक दिया गया. सुबह में यह अफवाह फैला दी गई कि दिव्या अपने छोटे बेटे को लेकर कहीं भाग गयी. जिसमें काफी हद तक वो लोग सफल भी हो गए थे.
दिव्या के पिता ने दर्ज कराई शिकायत: वहीं अपनी बेटी का ससुराल से गायब होने की खबर सुनकर उसके पिता मनोज कुमार यादव बोकारो से शेखपुरा पहुंचे और 16 अक्टूबर को शेखपुरा थाना में अपनी बेटी की हत्या की आशंका जताते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई. शेखपुरा पुलिस ने जांच के क्रम सबसे पहले एम्बुलेंस ड्राइवर सुनील चौधरी को पकड़ा तो उसने सारी बातें उगल दी. पुलिस ने पत्नी की हत्या के आरोपी आशीष कुमार को भी खोज कर गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार पति आशीष कुमार ने भी पत्नी की हत्या में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है. पुलिस इस हत्याकांड में संलिप्त अन्य लोगों की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी कर रही है.
"मृतक दिव्या कुमारी के पिता ने 16 अक्टूबर को शेखपुरा थाने में अपनी बेटी की हत्या की आशंका जताते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई थी. उस मामले में पुलिस ने अनुसंधान शुरू किया और एम्बुलेंस ड्राइवर सुनील चौधरी से कड़ाई से पूछताछ की. जिसके बाद सुनील ने सारी बातें उगल दी. पत्नी की हत्या के आरोपी आशीष कुमार और एम्बुलेंस ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया गया है. हालांकि अभी मृतक के ससुर को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है"- कार्तिकेय शर्मा, एसपी, शेखपुरा