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जानिए कहां पर यूरिया लेने के लिए लाइन में लगा है चप्पल - Crowd gathered for fertilizer in e-Kisan Bhawan

शेखपुरा में खाद नहीं मिलने से किसान को फसल को लेकर चिंतित हैं. ई-किसान भवन में यूरिया लेने के लिए भारी संख्या में किसानों की भीड़ उमड़ गयी. जिससे वहां मौजूद किसानों को अपना चप्पल लाइन में लगाकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ा.

लाइन में चप्पल
लाइन में चप्पल
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Published : Sep 11, 2021, 9:14 AM IST

शेखपुरा: बिहार के शेखपुरा में किसान (Farmer) खाद के लिए जूझ रहे हैं. खाद नहीं मिलने से उन्हें फसल बर्बाद होने का डर सता रहा है. प्रखंड मुख्यालय स्थित ई-किसान भवन में यूरिया (Urea) मिलने की सूचना पर दर्जनों गांव के किसान सुबह से वहां पहुंच गये. भीड़ अधिक होने पर मौके पर पुलिस (Police) को बुलाना पड़ा. वहीं, लोगों ने खुद लाइन में लगने के बजाय अपने चप्पलों को लाइन में लगा दिया और कई घंटे इंतजार के बाद नंबर आने पर खाद लेकर घर गये. इस दौरान लोग आक्रोशित नजर आये.

ये भी पढ़ें- खाद लेने दुकान पर पहुंची किसानों की भीड़, पुलिस की मौजूदगी में दिया गया यूरिया

बता दें कि बारिश और बाढ़ के बाद किसानों को यूरिया के लिए दुकानों का चक्कर लगाना पड़ रहा है. यूरिया नहीं मिलने से फसलें बर्बाद होने के कगार पर हैं. खाद मिलने की सूचना पर प्रखंड मुख्यालय स्थित ई-किसान भवन में भारी संख्या में किसान पहुंच गये. भीड़ ज्यादा होने से ई-किसान भवन पर खाद वितरण के दौरान लोगों को नियंत्रण करने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. इस दौरान सुबह से भूखे-प्यासे किसानों ने धूप और भीड़ से बचने के लिए नया रास्ता निकाला और लाइन में खड़े न होकर चप्पल को लाइन में लगा दिया.

ये भी पढ़ें- बिस्कोमान कृषक सेवा केंद्र पर धांधली का आरोप, खाद के लिए घंटों लाइन में खड़े रहते हैं किसान

बता दें कि जिले में धान की रोपाई का कार्य पूरा हो चुका है. यूरिया नहीं मिलने से किसान काफी चिंतित हैं. वे सुबह 3 बजे ही ई-किसान भवन केंद्र पर खाद लेने के लिए पहुंच गये. भीड़ अधिक होने से वे चप्पल लाइन में लगाकर अपनी बारी का इंतजार करते रहे. इस दौरान उन्होंने कृषि विभाग के पदाधिकारियों पर आक्रोश जाहिर किया और सरकार से खाद उपलब्ध कराने की मांग की. ताकि बाढ़ से बची फसल को बर्बाद होने से बचाया जा सके.

ये भी पढ़ें- कृषि मंत्री का दावा- ₹266 में मिल रहा 45 किलो यूरिया, कालाबाजारी का तो सवाल ही नहीं उठता

यहां यह बताना भी जरूरी है कि ईटीवी भारत से खास बातचीच में कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा था कि विभाग लगातार मॉनिटरिंग कर रहा है. कहीं भी कोई अगर किसानों से ज्यादा दाम ले रहा है, तो इसको लेकर किसान विभाग में शिकायत कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि पूरे बिहार में ₹ 266 में 45 किलो के यूरिया का बैग उपलब्ध है. बिहार में अब खाद की कोई कमी नहीं है. पिछले दिनों इसमें कमी आयी थी जिसे दूर कर लिया गया है.

शेखपुरा: बिहार के शेखपुरा में किसान (Farmer) खाद के लिए जूझ रहे हैं. खाद नहीं मिलने से उन्हें फसल बर्बाद होने का डर सता रहा है. प्रखंड मुख्यालय स्थित ई-किसान भवन में यूरिया (Urea) मिलने की सूचना पर दर्जनों गांव के किसान सुबह से वहां पहुंच गये. भीड़ अधिक होने पर मौके पर पुलिस (Police) को बुलाना पड़ा. वहीं, लोगों ने खुद लाइन में लगने के बजाय अपने चप्पलों को लाइन में लगा दिया और कई घंटे इंतजार के बाद नंबर आने पर खाद लेकर घर गये. इस दौरान लोग आक्रोशित नजर आये.

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बता दें कि बारिश और बाढ़ के बाद किसानों को यूरिया के लिए दुकानों का चक्कर लगाना पड़ रहा है. यूरिया नहीं मिलने से फसलें बर्बाद होने के कगार पर हैं. खाद मिलने की सूचना पर प्रखंड मुख्यालय स्थित ई-किसान भवन में भारी संख्या में किसान पहुंच गये. भीड़ ज्यादा होने से ई-किसान भवन पर खाद वितरण के दौरान लोगों को नियंत्रण करने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. इस दौरान सुबह से भूखे-प्यासे किसानों ने धूप और भीड़ से बचने के लिए नया रास्ता निकाला और लाइन में खड़े न होकर चप्पल को लाइन में लगा दिया.

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बता दें कि जिले में धान की रोपाई का कार्य पूरा हो चुका है. यूरिया नहीं मिलने से किसान काफी चिंतित हैं. वे सुबह 3 बजे ही ई-किसान भवन केंद्र पर खाद लेने के लिए पहुंच गये. भीड़ अधिक होने से वे चप्पल लाइन में लगाकर अपनी बारी का इंतजार करते रहे. इस दौरान उन्होंने कृषि विभाग के पदाधिकारियों पर आक्रोश जाहिर किया और सरकार से खाद उपलब्ध कराने की मांग की. ताकि बाढ़ से बची फसल को बर्बाद होने से बचाया जा सके.

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यहां यह बताना भी जरूरी है कि ईटीवी भारत से खास बातचीच में कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा था कि विभाग लगातार मॉनिटरिंग कर रहा है. कहीं भी कोई अगर किसानों से ज्यादा दाम ले रहा है, तो इसको लेकर किसान विभाग में शिकायत कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि पूरे बिहार में ₹ 266 में 45 किलो के यूरिया का बैग उपलब्ध है. बिहार में अब खाद की कोई कमी नहीं है. पिछले दिनों इसमें कमी आयी थी जिसे दूर कर लिया गया है.

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