पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने एक सप्ताह पहले ही शराब को लेकर समीक्षा बैठक की थी. इस बैठक में सीएम ने मौजूद सभी पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया था कि बिहार में किसी भी तरह से शराब नहीं बिकनी चाहिए. अगर किसी भी थाना अंतर्गत शराब बरामद होती है, तो ऐसे में वहां के थाना प्रभारी को बख्शा नहीं जायेगा. इस फरमान के बाद बिहार पुलिस (Bihar police) एक्शन में है. बिहार के सभी जिलों में पुलिस ताबड़तोड़ छापेमारी (Police Raid) कर रही है. छापेमारी में प्रतिदिन अवैध शराब की बरामदगी (Liquor Recovered) हो रही है. साथ ही शराब के धंधेबाज भी पकड़े जा रहे हैं.
यह भी पढ़ें - शराबबंदी पर RJD ने कहा-'20 हजार करोड़ की काली इकोनॉमी हुई खड़ी', JDU ने दे डाली नसीहत
पटना में शराब कारोबारियों के खिलाफ छापेमारी
बिहार की राजधानी पटना में अवैध देशी शराब की खेप बेचने वाले और पीने लगातार छपेमारी की जा रही है. इसी कड़ी में कदम कुआं थाना क्षेत्र के दिनकर गोलंबर स्थित अंबेडकर भवन में कदम कुआं थाना के एसआई मुकेश कुमार के नेतृत्व में 30 लीटर देसी और 8 बीटल विदेशी शराब के साथ तस्कर को भी गिरफ्तार किया गया है. कदमकुआं थाना अध्यक्ष विमलेंदु ने बताया कि वरीय अधिकारी के निर्देश पर लगातार शराब पीने और पिलाने वाले और पिलाने वाले लोगो के विरुद्ध छापेमारी की जा रही है.
शिवहर में शराब के साथ चार गिरफ्तार
बिहार के शिवहर जिले में शराब कारोबारियों के विरुद्ध एसपी डॉ. संजय भारती के निर्देश सभी थाना क्षेत्र में विशेष छापामारी अभियान चलाया जा रहा है. इसी क्रम में पुलिस ने 400 लीटर अर्धनिर्मित देसी शराब और 30 लीटर निर्मित शराब के साथ चार लोगों को गिरफ्तार किया. जिनकी पहचान शंभू राम, रामबाबू राम, संजय राम और रमभू राम के रूप में हुई है. थानाध्यक्ष ने कहा कि तकरीबन दर्जनों लीटर शराब विनष्ट भी किया गया. घटना स्थल शराब निमार्ण में उपयोग होने वाले उपकरण और अन्य सामान की बरामद किया गया है.
सीतामढ़ी में शराब पीने वाले और भट्टी के संचालक फरार
सरकार और एसपी के निर्देश के बाद पुलिस के द्वारा सीतामढ़ी के विभिन्न थाना क्षेत्रों में शराब कारोबारियों को पकड़ने को लेकर अभियान चलाया जा रहा है. बाजपट्टी थानाध्यक्ष अमिता सिंह ने कार्रवाई करते हुए शराब बनाने को लेकर रखे गए तकरीबन 100 लीटर देसी छोआ को नष्ट किया. वहीं, चौरौत थाना अध्यक्ष जितेंद्र कुमार सिंह ताड़ी भट्टी पहुंच कार्रवाई की. इस दौरान पुलिस को देखते ही शराब पीने वाले और भट्टी के संचालक फरार हो गए.
अररिया में भारी मात्रा में शराब बरामद
अररिया जिले के पलासी प्रखंड में 24 नवंबर को पंचायत चुनाव होना है. इसको लेकर पुलिस अब एक्शन मोड में आ गई है. पलासी थाना क्षेत्र के मैना मुसहरी में एसडीपीओ पुष्कर कुमार के नेतृत्व में चार थानों के एसएचओ ने मिलकर छापामारी की. इस दौरान पुलिस ने भारी मात्रा में बरामद किए गए और अर्ध निर्मित शराब को नष्ट भी किए. मौके पर एसडीपीओ पुष्कर कुमार ने बताया कि चुनाव को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है. साथ ही शराब कारोबारियों पर शिकंजा भी कसा जा रहा है. इसलिए गांव-गांव घूमकर जहां भी सूचना मिल रही है. इस कारोबार में संलिप्त लोगों पर कार्रवाई की जा रही है.
समस्तीपुर के कई थाना क्षेत्र में छापेमारी
बिहार के समस्तीपुर जिले के कई थाना क्षेत्रों में पुलिस और उत्पाद विभाग की टीम ने अवैध शराब के खिलाफ संघन अभियान चला रहे है. प्रशासन के इस कार्यवाही का विभिन्न थाना क्षेत्रों में व्यापक असर दिखा रहा है. जिले के हसनपुर थाना क्षेत्र में जहां शराब फैक्ट्री का उद्भेदन किया. वहीं, विथान थाना क्षेत्र तेलनी गांव में बंद सीमेंट की फैक्ट्री से करीब साढ़े तीन सौ विदेशी शराब बरामद किया. इसके साथ ही कल्याणपुर थाना क्षेत्र के गोविंदपुर खजूरी स्कूल के करीब एक भूंसा के गोदाम से भी सैंकड़ो लीटर विदेशी शराब जब्त किया गया. कुछ यही हाल जिले के उजियारपुर और अंगारघाट थाना क्षेत्र का भी रहा. पुलिस ने इन दोनों जगहों से भी देसी शराब और इसमे संलिप्त कई लोगों को हिरासत में लिया है. वहीं, अन्य कारोबारियों को पकड़ने के लिए छापामारी जारी है.
बता दें कि शराबबंदी के चलते देसी शराब का कारोबार खूब फल-फूल रहा है. हाल ही में गोपालगंज, पश्चिमी चंपारण, सिवान, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर में जहरीली शराब के सेवन से कई लोगों की मौत हो गयी थी. बिहार में शराबबंदी को लेकर विपक्षी दलों ने सरकार पर जमकर हमला शुरू कर दिया था. इसके बाद इसके बाद चौतरफा घिरे मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक की थी. समीक्षा बैठक में शराबबंदी कानून को प्रभावी तरीके से लागू कराने के लिए सीएम ने कई अहम निर्देश दिए हैं. इसके तहत जिस थाने में कोई कार्रवाई नहीं हुई है, वहां सख्ती से कार्रवाई करने को कहा गया है. जानकारी के अनुसार सभी जिलों में लगातार छापेमारी अभियान चलाया जाएगा. पुलिस और उत्पाद अधिकारी मिलकर काम करेंगे. शराब मिलने पर थानाध्यक्ष सस्पेंड होंगे. चौकीदार ने अगर शराब की जानकारी नहीं दी तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इसको लेकर मुख्यालय में हर दूसरे दिन समीक्षा बैठक होगी.
यह भी पढ़ें - Liquor Ban In Bihar : शराब बरामद हुआ तो नपेंगे थानेदार, जानिए बड़े फैसले
यह भी पढ़ें - हां तो जनाब उत्तर दीजिए... जवाबदेही कौन लेगा... आप या फिर कोई और
यह भी पढ़ें - बिहार में शराबबंदी पर सियासत, भाजपा और जदयू ने लालू यादव पर बोला हमला
ऐसी ही विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP