सारणः बिहार के छपरा में दर्दनाक घटना सामने आयी है. एक घर में आग लगने से दो मासूम जिंदा जल (two children burnt alive in chhapra) गए. घटना जिले के गौरा ओपी के हथिसार कोरर टोला की है. घटना के बाद से कोहराम मचा हुआ है. आग लगने के बाद लोगों ने आग को बुझाने की कोशिश की लेकिन घर के अंदर फंसे दो मासूमों पर किसी की नजर नहीं पड़ी. घर के अंदर ही दो मासूम जिंदा जल गए. आग की लपट कम हुई और घर जलकर राख हो गया तब दो मासूम ऐसे ही लेटे हुए दिखाई दे रहे थे. जिसके बाद परिजनों में चीत्कार मच गयी.
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घर के सभी लोग बाहर गए थेः घटना के बाद स्थानीय लोगों ने प्रशासन को इसकी सूचना दी. मौके पर सीओ रवि शंकर पांडे, गौरा ओपी प्रभारी नित्यानंद सिंह, स्थानीय मुखिया मुंद्रिका प्रसाद सहित तमाम लोग पहुंचे. इस दौरान फायर बिग्रेड की टीम भी पहुंचकर आग को बुझाया. दोनों बच्चा धर्मेंद्र साह का पुत्र है, जो एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ता था. दोनों स्कूल से आए थे और मां के साथ ही भोजन भी किए. दोपहर का खाना खाने के बाद उनकी मां अनीता देवी गांव में राशन लेने चली गई थी.
परिवार में कोहराम मचाः घटना के पूर्व बच्चे की बुआ अन्य दो भाइयों के साथ बगल में बैठकर घर का काम कर रही थी. घर में दो मासूम आर्यन(8) और अभय(3) घर में ही खेल रहे थे. इसी दौरान अचानक से घर में आग लग गई. आग लगते ही आसपास के लोग दौरे और आग को बुझाने का प्रयास करने लगे लेकिन इस दौरान किसी को इस बात की भनक नहीं लगी कि 2 बच्चे जो अभी स्कूल से आए हैं, वह उस फुसनुमा घर में ही फंसे हुए है. जब आग से पूरा घर जल गया, आग जब ठंडी हुई तब वह दोनों मासूम दिखाई देने लगे जिसके बाद परिवार में कोहराम मच गया.
दोनों मासूम जिंदा जल गएः छपरा में अगलगी मामले में परिजनों की माने तो मृत बच्चों के दादा सुरेंद्र साह जो गांव में सब्जी बेचने का काम करते हैं. घूम घूमकर वह सब्जी बेचने गए हुए थे. उनकी दादी अमरावती देवी खेतों में काम के लिए गई हुई थी. मां अनीता देवी गांव में ही राशन लेने के लिए गई हुई थी. इसी दौरान घटना घटी और इस घटना में दोनों मासूम जिंदा जल गए.