सारण: डेढ़ दशक बीत जाने के बाद भी जिले में स्थित जयप्रकाश यूनिवर्सिटी का इंफ्रास्ट्रक्चर पूरा नहीं हो पाया है. हालांकि इसका मास्टर प्लान 2005 में बनकर तैयार हो गया था फिर भी यूनिवर्सिटी प्रशासन इसे पूरा करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहा है. इससे यूनिवर्सिटी का कैंपस और मेन बिल्डिंग बदहाल स्थिति में है.
![The infrastructure of Jayaprakash University is not completed even after decades in Saran](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/br-sar-01-jaipraksh-university-story_23072020110751_2307f_00441_649.jpg)
बता दें कि यूनिवर्सिटी का कैंपस 242 एकड़ जमीन में फैला हुआ है. इसके पूरा हो जाने पर जेपीयू का अपना एक अलग ही स्थान होगा. लेकिन कार्य पूरा नहीं होने से विरान है. इस यूनिवर्सिटी में कई कुलपति आए पर किसी ने भी इसके बदहाल स्थिती को दूर करने का कोई प्रयास नहीं किया.
![The infrastructure of Jayaprakash University is not completed even after decades in Saran](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/br-sar-01-jaipraksh-university-story_23072020110751_2307f_00441_642.jpg)
'कैंपस में होगा 3 प्रजेक्ट पर जल्द ही कार्य शुरू'
यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार ग्रुप कैप्टन श्रीकृष्ण ने बताया कि कैंपस में तीन प्रजेक्ट पर जल्द ही कार्य शुरू किया जाएगा. जिसमें महिला छात्रावास, वीसी रेजिडेंस और अतिथि गृह का निर्माण करवाया जाएगा. इसके साथ ही उन्हों ने कहा कि यूनिवर्सिटी के इंफ्रास्ट्रक्चर को पूरा नहीं होने पर भी परिक्षाओं को समय पर लिया जा राह है.
'पैसों का हो जाता है बंदरबांट'
इसके साथ ही सीनेट के पूर्व मेंबर मनोज भारद्वाज ने कहा कि यूनिवर्सिटी के हालात को लेकर मुख्यमंत्री और सदन में कई बार आवाज उठाया गया. लेकिन यूजीसी के कई फंड के पैसे विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से वापस कर दिया जाता है या फिर पैसों के बंदरबांट होने से विश्वविद्यालय का सपना पूरा नहीं हो पा रहा है. साथ ही यूनिवर्सिटी के छात्रों ने कहा कि यूनिवर्सिटी के मॉडल के अनुसार जो लाइब्रेरी और कैंपस के अंदर का सपना है. अगर तैयार हो जाता है तो विद्यार्थी के लिए ही नहीं बल्कि सारण जिले के लिए बहुत ही खुशी की बात होगी.