सारण(छपरा): गुरुवार को छपरा (Chapra) सर्किट हाउस जदयू संसदीय समिति के चेयरमैन उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) के सामने वित्त रहित शिक्षकों ने जमकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों ने कहा कि हमें अनुदान नहीं वेतनमान चाहिए. प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों ने अपनी मांग को जदयू के संसदीय समिति के चेयरमैन के सामने रखा और मुख्यमंत्री से उनकी मांगों पर ध्यान देने के बात कही.
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प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों ने कहा कि हम लोगों के लिए वेतनमान की कोई व्यवस्था नहीं की गयी है. जिसके चलते वित्त रहित शिक्षकों की स्थिति बहुत ही खराब है. शिक्षकों ने कहा कि पहले अनुदान मिलता था लेकिन अब हमलोगों का अनुदान भी रोक दिया गया है. जिसके चलते हमारी स्थिति बद से बदतर हो चुकी है. कई शिक्षक भूखे मर रहे हैं. अर्थ अभाव के चलते घर चलाना मुश्किल हो रहा है.
प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों ने कहा कि हम मुख्यमंत्री से मांग करते हैं कि हमें जो वित्त अनुदान मिलता है और जो स्कूल से अनुदान मिलता है वह दोनों अनुदान अगर मिल जाता तो हमें भी एक तरह से वेतन मिल जाएगा. शिक्षकों ने कहा कि मुख्यमंत्री से गुजारिश करते हैं कि वे हमारी समस्याओं को ध्यान पूर्वक सुनें और समस्याओं का समाधान करें ताकि हमें भी एक सहारा मिल सके.
इस संबंध में मीडिया से बातचीत करते हुए जदयू संसदीय समिति के चेयरमैन उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि हम उनकी स्थिति से भली-भांति वाकिफ हैं और हमने आज उनकी बातों को ध्यान से सुना है. उन्होंने कहा कि हमसे जितना संभव हो सकेगा, हम उनकी मदद करेंगे. जदयू नेता ने कहा कि हम उनकी समस्याओं को उचित जगह पर पहुंचाने का काम करेंगे, ताकि वित्त रहित शिक्षकों को भी राहत मिले.
गौरतलब है कि वित्त रहित शिक्षक पिछले कई सालों से अनुदान नहीं वेतनमान की मांग कर रहे हैं लेकिन आज तक वित्त रहित शिक्षकों ने वेतमान नहीं मिला है. जिसको लेकर सभी शिक्षक समय-समय पर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करते रहते हैं. इसी कड़ी में आज छपरा में शिक्षकों ने प्रदर्शन किया और उपेंद्र कुशवाहा के समक्ष अपनी मांगों को रखा.
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