सारण: जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो और पूर्व सांसद पप्पू यादव रविवार को पैगम्बरपुर में मृतक के परिजनों से मिले. पप्पू यादव ने मृतक नौशाद, राजू नट और विदेश नट के परिजनों से मिलकर 25 हजार रुपये की सहायता राशि दी. पप्पू यादव ने पीट-पीट कर हत्या की इस वारदात को मानवता को शर्मसार करने वाला बताया. साथ ही उन्होंने कहा कि नफरत और मौत के आधार पर सियासत करना ठीक नहीं है.
पप्पू यादव ने घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये सहायता राशि देने की मांग राज्य सरकार से की. पप्पू यादव ने कहा कि देश में नफरत और मौत के आधार पर सियासत तय करना शर्मनाक है. उन्होंने कहा कि केवल उन्मादी भाषण देने से जनता का कल्याण नहीं होगा. उन्माद फैलाने वाले नेताओं को चिन्हित कर उनका हुक्का पानी बंद करना चाहिए. चाहे वह नेता छोटा हो या बड़ा.
मॉब लिंचिंग पर शीघ्र कानून बनाने की मांग
पप्पू यादव ने मॉब लिंचिंग के मामले में केंद्र और राज्य सरकार से शीघ्र कानून बनाने की मांग की. पप्पू यादव ने कहा कि राजनीति को जिंदा रखने के लिए कुछ लोग धर्म, मजहब, जाति और उन्माद का रास्ता तय कर सियासी खेल खेलना चाहते हैं. देश मे नफरत की राजनीति बन्द होनी चाहिए. देश की संविधान ने सबको बराबर का हक दिया है. राज्य में मॉब लिंचिंग की घटनाएं बढ़ती जा रही है. लेकिन इस मामले में कानून बनाने में ढ़ीलई बरती जा रही है. इसके ठीक विपरीत छोटे-छोटे मामले पर कानून बनाए जा रहे हैं.
घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग
जाप सुप्रीमो ने कहा कि सियासत में बैठे राजनेताओं की मानसिकता दिवालियापन की दौर से गुजर रही है. बाढ़, बलात्कार, लू से मर रहे जिंदगियों को बचाने, मॉब लिंचिंग की मुद्दे से कुछ राजनीतिककार विमुख हो रहे हैं. छपरा में हुई घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है.