छपरा: सदर अस्पताल से बीते 23 जनवरी को एनएसयूआई वार्ड से गायब हुए 1 दिन के नवजात बच्चे को पुलिस ने 48 घंटे के अंदर बरामद कर लिया. पुलिस ने दो महिलाओं को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने कहा कि बच्चा गायब होने की सूचना मिलने के तुरंत बाद कार्रवाई शुरू कर दी गई थी. अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर सारण के नेतृत्व में एक एसआईटी टीम का गठन किया गया. एसआईटी टीम ने त्वरित अनुसंधान और छापामारी शुरू कर दी थी. इसी क्रम में 25 जनवरी को गुप्त सूचना मिली कि गरखा थाना क्षेत्र के सुशील कुमार की पत्नी रिंकू देवी का संबंध बच्चे के गायब होने से है. पुलिस ने उसे शक के आधार पर हिरासत में लेकर पूछताछ की. पूछताछ के क्रम में महिला ने अपराध स्वीकार कर लिया. उसकी निशानदेही पर भगवान बाजार थाना स्थित पुष्पांजलि अस्पताल से चोरी किए गए बच्चे को बरामद किया गया.
बच्चा नहीं होने पर पति ने छोड़ दिया था
गिरफ्तार महिला से पूछताछ के दौरान यह बात सामने आई कि महिला को बच्चा नहीं होने के कारण पति ने छोड़ दिया था. इसके बाद उसने दूसरी शादी की थी. दूसरी शादी से भी बच्चा नहीं हो रहा था, जिसके चलते उसे छोड़ दिए जाने का डर था. उसकी मां ने यह बात फैला दी कि उसकी बेटी को बच्चा होने वाला है. महिला एक बच्चे को चुराकर रखने का प्रयास कर रही थी. इसी क्रम में महिला और उसकी मां ने सदर अस्पताल छपरा में रेकी की और मौका पाकर एसएनसीयू वार्ड छपरा से बच्चा चुराने में सफल हो गई. बच्चे को इलाज कराने के नाम पर उसने अस्पताल में भर्ती करवाया जहां से बच्चे को बरामद किया गया. बच्चा बरामद होने के बाद उसके माता-पिता फूले नहीं समा रहे हैं. माता-पिता ने पुलिस को बहुत-बहुत बधाई दी.
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"बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ है. इस कांड का सफल उद्भेदन करते हुए सारण पुलिस एसआईटी को एक बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है. एसआईटी में शामिल सभी पुलिस पदाधिकारियों को पुरस्कृत किया जाएगा."- संतोष कुमार, पुलिस अधीक्षक