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सांसद राजीव प्रताप रूडी बोले- "गांव-गांव टंकी में भरकर बेची जा रही शराब" - ETV Bharat News

छपरा जहीरील शराब कांड में अब तक 60 लोगों की मौत हो चुकी है. इसी बीच पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे सारण से बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी ने बिहार सरकार पर बड़ा हमला किया है. उन्होंने कहा कि शराबबंदी की नीति फेल या फिर सरकार की नीयत खराब है.

छपरा जहरीली शराब कांड पर सांसद राजीव प्रताप रूडी का सरकार पर हमला
छपरा जहरीली शराब कांड पर सांसद राजीव प्रताप रूडी का सरकार पर हमला
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Published : Dec 16, 2022, 6:24 PM IST

छपरा जहरीली शराब कांड पर सांसद राजीव प्रताप रूडी का सरकार पर हमला

सारण: बिहार के छपरा में जहरीली शराब ने कई लोगों को मौत के नींद सुला (Chhapra Hooch Tragedy) दिया है. मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. इधर, भाजपा नेता लगातार पीड़ित परिवार से मिलने पहुंच रहे हैं. शुक्रवार को सारण सांसद राजीव प्रताप रूडी (MP Rajeev Pratap Rudy) ने पीड़ित परिवार से मुलाकत की और उन्हें ढाढस बढ़ाया. इस दौरान पत्रकारों से मुखातिब होते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी की नीति है, बावजूद इसके सारण और बिहार की धरती पर लगातार जहरीली शराब पीने से लोग मर रहे हैं. इसके लिए कौन जिम्मेदार है.

यह भी पढ़ें: छपरा जहरीली शराब कांड : अब तक 57 लोगों की मौत, बीजेपी ने राज्यपाल को दिया ज्ञापन

"नीतीश सरकार की शराबबंदी नीति फेल": उन्होंने बिहार सरकार को इसका जिम्मेवार बताते हुए कहा कि बिहार में शराबबंदी की नीति है. लेकिन नीतीश सरकार की शराब नीति फेल साबित हो गयी. जिसका यह परिणाम है कि आज जहरीली शराब से 50 से अधिक लोग ने दुनिया को अलविदा कह दिया. उन्होंने कहा कि एक नौजवान ने बताया कि एक जहरीली शराब हमारे क्षेत्र में चौकीदार के माध्यम से खुलेआम शराब बेचा जा रहा है. उस नौजवान के घर में एक जवान सदस्य की मौत जहरीली शराब पीने से हुई है.

"ये सवाल उठता है कि आखिर सारण जिला में ही बार-बार क्यों और अभी से लेकर पहले सोनहो में दर्जन भर से लोग मरे थे. आखिर में सारण में क्यो और बिहार की धरती पर क्यो. सरकार ने नीती बनायी है, नीति है शराबबंदी की. लेकिन विषैला शराब यदि बिकता है या बंटता है या लोग पीते हो तो इसके लिए जिम्मेदार कौन है. अभी इसी गांव का एक नौजवान ने कहा जिसके घर का एक सदस्य मरा है. उसने बताया कि हमने देखा है कि गांव का चौकीदार गाड़ी लगाकर बेचता है. यहां के हर व्यक्ति को पता है कि शराब किस मोहल्ले से किस मोहल्ले में जा रहा है. यदि ये विफलता है तो ये विफलता के लिए कौन जिम्मेदार है. या तो नीति फेल है या नीयत फेल है" - राजीव प्रताप रूडी, सांसद, बीजेपी.

गांव में घूम-घूमकर बेचा रही जहरीली शराब: उन्होंने कहा कि यहां के लोगों का कहना है कि गांव में घूम-घूमकर टंकी के माध्यम से शराब को बेचा गया. जिसके पीछे चौकीदार घूमता रहा. सांसद ने आगे कहा कि सरकार की नीति शराब बंदी की है. जबकि जहरीली शराब खुलेआम बेचा जा रहा. मेरे क्षेत्र को लगातार टारगेट किया जा रहा है. इसके जिम्मेवार कौन है, क्यों बिहार के लोगो के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. सरकार की गलत नीति के कारण आज उन लोगों की जान चली गयी.

अब तक 60 लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत: बिहार के छपरा में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. अब तक 60 लोगों की मौत संदिग्ध जहरीला पदार्थ पीने से हुई है. सारण के मशरक, मढ़ौरा, इसुआपुर और अमनौर प्रखंड में ही ये मौतें हुईं हैं. इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तस्करी करने वाले 200 धंधेबाजों को गिरफ्तार किया है. ऐसी आशंका जताई जा रही है मृतकों की संख्या बढ़ सकती है. क्योंकि कई लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है. छपरा सदर अस्पताल, पीएमसीएच और एनएमसीएच में मरीजों का इलाज चल रहा है.

छपरा जहरीली शराब कांड पर सांसद राजीव प्रताप रूडी का सरकार पर हमला

सारण: बिहार के छपरा में जहरीली शराब ने कई लोगों को मौत के नींद सुला (Chhapra Hooch Tragedy) दिया है. मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. इधर, भाजपा नेता लगातार पीड़ित परिवार से मिलने पहुंच रहे हैं. शुक्रवार को सारण सांसद राजीव प्रताप रूडी (MP Rajeev Pratap Rudy) ने पीड़ित परिवार से मुलाकत की और उन्हें ढाढस बढ़ाया. इस दौरान पत्रकारों से मुखातिब होते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी की नीति है, बावजूद इसके सारण और बिहार की धरती पर लगातार जहरीली शराब पीने से लोग मर रहे हैं. इसके लिए कौन जिम्मेदार है.

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"नीतीश सरकार की शराबबंदी नीति फेल": उन्होंने बिहार सरकार को इसका जिम्मेवार बताते हुए कहा कि बिहार में शराबबंदी की नीति है. लेकिन नीतीश सरकार की शराब नीति फेल साबित हो गयी. जिसका यह परिणाम है कि आज जहरीली शराब से 50 से अधिक लोग ने दुनिया को अलविदा कह दिया. उन्होंने कहा कि एक नौजवान ने बताया कि एक जहरीली शराब हमारे क्षेत्र में चौकीदार के माध्यम से खुलेआम शराब बेचा जा रहा है. उस नौजवान के घर में एक जवान सदस्य की मौत जहरीली शराब पीने से हुई है.

"ये सवाल उठता है कि आखिर सारण जिला में ही बार-बार क्यों और अभी से लेकर पहले सोनहो में दर्जन भर से लोग मरे थे. आखिर में सारण में क्यो और बिहार की धरती पर क्यो. सरकार ने नीती बनायी है, नीति है शराबबंदी की. लेकिन विषैला शराब यदि बिकता है या बंटता है या लोग पीते हो तो इसके लिए जिम्मेदार कौन है. अभी इसी गांव का एक नौजवान ने कहा जिसके घर का एक सदस्य मरा है. उसने बताया कि हमने देखा है कि गांव का चौकीदार गाड़ी लगाकर बेचता है. यहां के हर व्यक्ति को पता है कि शराब किस मोहल्ले से किस मोहल्ले में जा रहा है. यदि ये विफलता है तो ये विफलता के लिए कौन जिम्मेदार है. या तो नीति फेल है या नीयत फेल है" - राजीव प्रताप रूडी, सांसद, बीजेपी.

गांव में घूम-घूमकर बेचा रही जहरीली शराब: उन्होंने कहा कि यहां के लोगों का कहना है कि गांव में घूम-घूमकर टंकी के माध्यम से शराब को बेचा गया. जिसके पीछे चौकीदार घूमता रहा. सांसद ने आगे कहा कि सरकार की नीति शराब बंदी की है. जबकि जहरीली शराब खुलेआम बेचा जा रहा. मेरे क्षेत्र को लगातार टारगेट किया जा रहा है. इसके जिम्मेवार कौन है, क्यों बिहार के लोगो के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. सरकार की गलत नीति के कारण आज उन लोगों की जान चली गयी.

अब तक 60 लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत: बिहार के छपरा में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. अब तक 60 लोगों की मौत संदिग्ध जहरीला पदार्थ पीने से हुई है. सारण के मशरक, मढ़ौरा, इसुआपुर और अमनौर प्रखंड में ही ये मौतें हुईं हैं. इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तस्करी करने वाले 200 धंधेबाजों को गिरफ्तार किया है. ऐसी आशंका जताई जा रही है मृतकों की संख्या बढ़ सकती है. क्योंकि कई लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है. छपरा सदर अस्पताल, पीएमसीएच और एनएमसीएच में मरीजों का इलाज चल रहा है.

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