पटनाः मद्य निषेध विभाग के मंत्री सुनील कुमार ने सोमवार को कहा कि मीडिया में तरह-तरह के आंकड़े आ रहे हैं. छपरा में जो मौत हुई है वह ऑफिशियल 38 है. उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच के लिए स्पेशल टीम बनायी गयी है. 25 से अधिक गिरफ्तारियां हो चुकी है. वहां जो कार्रवाई हुई है उसमें दो थाना प्रभारियों को निलंबित किया गया है.
इसे भी पढ़ेंः 'बिहार में शराब पीना अपराध, लिहाजा मुआवजा नहीं देगी सरकार'- मंत्री सुनील कुमार
'मीडिया में तरह-तरह के आंकड़े आ रहे हैं. वह गलत है. छपरा में जो मौत हुई हैं वह ऑफिशियल 38 है. इस मामले की जांच के लिए स्पेशल टीम बनायी गयी है. 25 से अधिक गिरफ्तारियां हो चुकी है. दो थाना प्रभारियों को निलंबित किया गया है' - सुनील कुमार, मंत्री, मद्य निषेध विभाग
विपक्ष की ओर से भ्रम फैलाया जा रहा : सुनील कुमार ने कहा एक्साइज के ऑफिसर और पुलिस के ऑफिसर रिपोर्ट देंगे, जिसकी भी लापरवाही होगी उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. मंत्री ने कहा कि बिहार में जहरीली शराब से जो मौतें हुई हैं वह अन्य राज्यों से काफी कम है. मध्य प्रदेश में 12 सौ से ज्यादा मौत हुई है जहां शराबबंदी नहीं है. विपक्ष की ओर से भ्रम फैलाया जा रहा है.
जांच करवायी जाएगी : सुनील कुमार ने कहा कि हम लोगों ने चाणक्य लॉ यूनिवर्सिटी से सर्वे करवाया उसमें 80% लोगों ने इसके फायदे बताए हैं. हम लोग लगातार जागरूकता के लिए प्रचार अभियान भी चला रहे हैं. सुनील कुमार ने कहा कि बीजेपी अनर्गल आरोप लगा रही है. वे लोग भी सरकार में थे. पुलिस अधिकारियों की ओर से लोगों काे धमका कर शव का दाह संस्कार करवाये जाने के सवाल पर मंत्री ने कहा कि इसकी जांच करवायी जाएगी.
लगातार कार्रवाई हो रही है : सुनील कुमार ने कहा शराब पीना पिलाना या धंधा करना अपराध की श्रेणी में है, इसलिए सरकार की तरफ से किसी तरह की मुआवजा की बात नहीं की गई है. सुनील कुमार ने कहा अन्य राज्यों से भी सात हजार से ज्यादा गिरफ्तारियां हुई है. जहरीली शराब से मौत मामले में जिम्मेवारी लेने की बात पर मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि जवाब देने से हम लोग भाग नहीं रहे हैं. हम लोग लगातार कार्रवाई भी कर रहे हैं. पटना में भी हजारों की संख्या में गिरफ्तारियां हुई हैं.