छपरा : बिहार के छपरा (Chappra) जिले में एक बार फिर झोलाछाप डॉक्टर (Fake Doctor) की बड़ी लापरवाही सामने आयी है. झोलाछाप डॉक्टर द्वारा मरीज को इंजेक्शन लगाए जाने के बाद उसकी स्थिति लगातार बिगड़ती गई है. जिसके बाद उसकी मौत (man died after wrong treatment) हो गई. मामले में मृतक के पुत्र ने झोलाछाप चिकित्सक पर प्राथमिकी के लिए मुफस्सिल थाना में आवेदन दिया गया है. जिसके बाद यह मामला संज्ञान में आया है. छपरा पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुट गई है.
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ये घटना मुफस्सिल थाना के फकुली गांव की है. मृतक की पहचान मुफस्सिल थाना क्षेत्र के फकुली गांव निवासी चंद्रिका मांझी का 30 वर्षीय पुत्र भरत मांझी की रुप में की गई है. बताया जा रहा है कि भरत मांझी शुगर का मरीज था. उसे बुखार हुआ और वह झोलाछाप चिकित्सक के पास पहुंचा, जहां चिकित्सा के द्वारा उसे एक इंजेक्शन लगाया गया. जिसके बाद वह घर चला गया. लेकिन घर जाने के बाद उसकी स्थिति बिगड़ने लगी. जिसके बाद पुनः उस झोलाछाप चिकित्सक को बुलाया गया. जिसके बाद जांच के बाद उन्हें सदर अस्पताल ले जाने को कहा गया. अस्पताल ले जाने के दौरान कुछ ही देर में भरत मांझी की मौत हो गई.
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इस घटना के बाद परिवार वालों में कोहराम मच गया. जिसके बाद इस मामले में मृतक के पुत्र बली कुमार मांझी के द्वारा मुफस्सिल थाना में उक्त झोलाछाप चिकित्सक के खिलाफ प्राथमिकी के लिए आवेदन दिया गया है. फर्द बयान में बताया गया है कि उसके पिता की तबीयत दोपहर को अचानक खराब हो गई थी. जिसके बाद वह दवा लेने के लिए पहुंचे. इस दौरान गंवही चिकित्सक धनंजय कुमार बैठा जो कि शहर के किसी नर्सिंग होम में काम करता है. जिसके द्वारा उन्हें इंजेक्शन लगाया गया. जिसके बाद स्थिति बिगड़ने के बाद उनकी मौत हो गई. इस मामले में मुफस्सिल थाना अध्यक्ष दयानंद सिंह ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. वहीं मामले की जांच की जा रही है.
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